अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने परमाणु बम से लेकर विदेशी देशों पर हमला करने वाले अमेरिका के सारे गोपनीय दस्तावेज अपने पास रखे हुए थे। शुक्रवार (9 जून 2023) को इन बातों को खुलासा दायर किए गए 49 पृष्ठों के संघीय अभियोग से हुआ। इनसे ये भी पता चला कि अमेरिका में ट्रंप के ऊपर कौन से 37 मामले चल रहे हैं।
खबरों के अनुसार, इसमें बताया गया कि ट्रंप साल 2021 में व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद अपने साथ कुछ डिब्बे लेकर निकले थे जिनमें यूएस की परमाणु क्षमता और अन्य देशों की क्षमता से जुड़ी जानकारियाँ थीं। छानबीन में ये डिब्बे ट्रंप के घर मार-अ-लागो की विभिन्न जगहों पर मिले। इनमें कुछ को बेडरूम में रखा गया था, कुछ को बॉलरूम और कुछ को शॉवर रूम में।
साल 2021 में ट्रंप ने एक अज्ञात लेखक और अज्ञात प्रकाशक को इंटरव्यू के दौरान राष्ट्रपति के रूप में एक निश्चित देश पर हमला करने की अपनी इच्छा और एक सैन्य अधिकारी से बातचीत के बारे में जानकारी दी थी। ट्रंप के साथ उनके साथी वॉल्टाइन नॉटा पर भी आरोप है कि उन्होंने अपने बॉस के कहने पर इन दस्तावेजों को वकीलों से छिपाया।
अब नॉटा पर भी 6 केस चल रहे हैं। इनमें न्याय में बाधा डालने और सबूतों से छेड़छाड़ जैसे आरोप है। वॉल्ट नॉटा को सीसीटीवी फुटेज में मार-ए-लागो एस्टेट में बक्सों को हटाते हुए देखा गया था।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि जब वकीलों ने ट्रंप से इस संबंध में बात करने के लिए मई 2022 में मुलाकात की तो ट्रंप ने उन वकीलों से कहा था कि न्याय विभाग को बोल दें कि उन लोगों को ट्रंप के पास से ऐसा कुछ नहीं मिला जो वापस किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि वह नहीं चाहते कि कोई भी उनके डिब्बों की छानबीन करें।
उन्होंने अधिकारियों से पूछा था कि अगर इस मामले में कोई प्रतिक्रिया ही न दी जाए तो कुछ होगा क्या? या फिर सबसे बेहतर है ये कह दिया जाए कि ट्रंप के घर से ऐसा कुछ मिला ही नहीं जिसे वापस करना चाहिए।
बता दें कि ट्रंप इस समय गोपनीय जानकारी से जुड़े दस्तावेज रखने, न्याय में बाधा डालने और झूठे बयानों से संबंधित 37 मामलों का सामना कर रहे हैं। फ्लोरि़डा की संघीय अदालत में दायर अभियोग में बताया गया कि ट्रंप ने व्हाइट हाउस छोड़ने के साथ ही अपने साथ जिन फाइलों को वहाँ से हटाया, उन्हें अपने घर में ऐसी असुरक्षित जगह पर रखा जहाँ नियमित तौर पर हजारों मेहमान आते थे और सामाजिक कार्यक्रम होते रहते थे। अभियोग में जोर दिया गया कि इन हरकतों से अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा आ सकता था। कहा जा रहा है कि न्याय विभाग के विशेष वकील जैक स्मिथ ने ट्रंप पर जो आरोप लगाए हैं उनमें सबमें 20 साल तक की जेल होती है।