केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने से पाकिस्तान की बौखलाहट साफ़ नज़र आती है। पाकिस्तान के नेता बिना सोचे-समझे तरह-तरह की बयानबाज़ी कर रहे हैं। इसी कड़ी में, भारत में पाकिस्तान के राजनयिक रहे अब्दुल बासित ने भारत के साथ युद्ध की धमकी दी है। सोशल मीडिया पर उन्होंने साफ़ कहा कि अगर भारत हद पार करता है तो युद्ध करना चाहिए।
अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, “कश्मीर में संघर्ष के चार मोर्चे हैं। पहला, नैशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई। दूसरा, पाकिस्तान को आत्मनिर्णय के साथ कूटनीतिक प्रयास जारी रखने चाहिए। तीसरा, पाकिस्तानी और कश्मीरी प्रवासी इस संबंध में काम करते रहें। चौथा, सबसे महत्वपूर्ण यह है कि कश्मीर में राजनीतिक लड़ाई को पाकिस्तान कमजोर न होने दे। यदि भारत अपनी हदें पार करे तो युद्ध के लिए आगे बढ़ा जाए।”
Kashmir struggle on four fronts:1. Legal battle by NC et al in Supreme Court for two articles; 2.Pak pursuing self determination diplomatically 3. Pak/Kashmiri diaspora doing their bit; 4. Most important sustained political resistance in IOK. If India crosses redline, then war1/2
— Abdul Basit (@abasitpak1) August 12, 2019
अब्दिल बासित का ज़हर यहीं समाप्त नहीं हुआ बल्कि एक क़दम और आगे बढ़ते हुए उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “पाक को जम्मू और कश्मीर सेल को जम्मू और कश्मीर में विशेष दूत की अध्यक्षता में विदेशी कार्यालय में स्थापित करना चाहिए। उपयुक्त संगठनात्मक संरचना एक सुसंगत और प्रभावी कूटनीति के लिए ज़रूरी है।”
Pak must establish Jammu and Kashmir Cell in Foreign Office headed by Special Envoy on J&K. Appropriate organisational structure is a must for coherent and effective diplomacy. Time for as hocism on Kashmir long gone. 2/2
— Abdul Basit (@abasitpak1) August 12, 2019
अपने नापाक इरादे स्पष्ट करते हुए अब्दुल बासित ने पाकिस्तान सरकार से जम्मू-कश्मीर के मामलों के लिए विदेश मंत्रालय में अलग सेल बनाने की माँग भी की और सुझाव दिया कि इस सेल का नेतृत्व विशेष राजनयिक करें। पाकिस्तान की झुंझलाहट इस बात से साफ़ पता चलती है कि ईद-उल-अजहा के मौक़े पर उसने बीएसएफ से ईद की मिठाई लेने से इनकार कर दिया।
भारतीय जवानों ने बाघा-अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तानी रेंजर्स को ईद की मिठाई दी लेकिन उन्होंने मना कर दिया। दरअसल, जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 निष्क्रिय होने से पाक बौखलाया हुआ है। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से बकरीद पर अटारी-वाघा बॉर्डर पर और हुसैनीवाला बॉर्डर पर मिठाई देने और लेने के लिए कोई संदेश नहीं आया। पहले ऐसे त्योहारों पर संदेश पाक की तरफ से दिन में ही मिल जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।
इधर, पाकिस्तानी वायुसेना लद्दाख सीमा के पास अपने लड़ाकू विमान तैनात कर रही है। यह पाकिस्तानी लड़ाकू विमान भारत के केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की सीमा के पास पाकिस्तानी स्कार्दू हवाई अड्डे पर तैनात किए जा रहे हैं। इस पर भारत की लगातार नजर बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक, शनिवार (अगस्त 10, 2019) को पाकिस्तानी वायुसेना के तीन सी-130 हरक्यूलस परिवहन विमानों को केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख सीमा के पास तैनात किए गए हैं। इस ख़बर के सामने आने के बाद संबंधित भारतीय एजेंसियाँ सीमावर्ती क्षेत्रों में पाकिस्तानियों की आवाजाही पर कड़ी नज़र रख रही हैं।