अवैध फंडिंग के सिलसिले में जमात उत दावा के मुखिया और मोस्ट वॉन्टेड आतंकी हाफिज सईद को 10 साल की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान की एंटी टेरर कोर्ट ने सईद को टेरर फंडिंग से जुड़े दो मामलों में सजा सुनााई है। हाफिज के साथ साथ याहया मुजाहिद, अब्दुल रहमान मक्की और याजिद इकबाल को भी 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई है।
An anti-terrorism court in Pakistan sentences Jamat-ud-Dawa head Hafiz Saeed to 10-year imprisonment in an illegal funding case: Pakistan media
— ANI (@ANI) November 19, 2020
(file pic) pic.twitter.com/98Gf0Cn8si
संयुक्त राष्ट्र ने सईद को आतंकवादी घोषित किया था और अमेरिका ने उसपर एक करोड़ डॉलर के इनाम की घोषणा की थी। उसे आतंकी कृत्यों के लिए वित्तीय मदद उपलबध कराने के मामले में पिछले साल 17 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।
Pakistan court awards 10 years jail term to Mumbai attack mastermind and JuD chief Hafiz Saeed in two more terror cases
— Press Trust of India (@PTI_News) November 19, 2020
पाकिस्तान में इस साल हाफिज सईद को चौथी बार सजा सुनाई गई है। हाफिज सईद इस समय लाहौर में एक और टेरर फंडिंग मामले में 5 साल की सजा काट रहा है। पाकिस्तान की आतंकवाद रोधी अदालत ने आतंकी कृत्यों के लिए वित्तीय मदद उपलब्ध कराने के दो मामलों में उसे इस साल फरवरी में 11 साल कैद की सजा सुनाई थी। वह लाहौर की उच्च सुरक्षा वाली कोट लखपत जेल में बंद है।
अदालत के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘‘लाहौर स्थित आतंकवाद रोधी अदालत ने बृहस्पतिवार को जमात उद दावा के सरगना सईद सहित इसके चार नेताओं को दो और मामलों में सजा सुनाई।’’
सईद और उसके दो साथियों-जफर इकबाल तथा याहया मुजाहिद को 10-10 साल कैद की सजा सुनाई गई है, जबकि उसके साले अब्दुल रहमान मक्की को छह महीने कैद की सजा सुनाई गई है।
अधिकारी ने कहा, ”एटीसी कोर्ट नंबर-1 के जज अरशद हुसैन भुट्टा ने काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट द्वारा दायर मामले संख्या 16/19 और 25/19 की सुनवाई की, जिसमें नसीरुद्दीन नैय्यर और मोहम्मद इमरान की गवाही के बयानों की जाँच के बाद फैसला सुनाया गया है।”
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सईद पर आतंक वित्तपोषण, मनी लॉन्ड्रिंग, अवैध रूप से जमीन हड़पने समेत 29 मामले चल रहे हैं।
गौरतलब है कि मुंबई में 26 नवंबर 2008 को 10 आतंकियों ने दिलदहलाने वाले एक हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 160 से ज्यादा लोगों की मौत हुई और 300 से ज्यादा घायल हुए। आतंकियों ने रेलवे स्टेशन, ताज और ट्राइडेंड होटल समेत कई इलाकों को निशाना बनाया था। इस हमले ने भारत के साथ-साथ विदेशी देशों के खून भी खौला दिए थे। क्योंकि हमले में दर्जनों विदेशी नागरिक भी मारे गए थे।
बता दें इस खौफनाक हमले के पीछे का मास्टरमाइंड भी खूंखार आतंकी हाफिज सईद ही था। जाँच पड़ताल के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को इस बात का पता चला था। जिस पर सख्त रवैया दिखाते हुए भारत ने पाकिस्तान को हाफिज और मुंबई हमले के बीच के कनेक्शन को लेकर कई सबूत भी सौंपे थे। लेकिन पाकिस्तान हर बार कार्रवाई करने से भागता रहा था। वहीं इस हमले के बाद अमेरिका ने हाफिज को ब्लैक लिस्ट कर दिया था।