फ्राँस जाकर राफेल की शस्त्र पूजा करने पर राजनाथ सिंह को अपने देश में विपक्षियों द्वारा घेरा जा रहा है। लेकिन पाकिस्तान की सेना ने इसका समर्थन किया है। हालाँकि, खुद राजनाथ सिंह ने भी देश लौटकर सवाल उठाने वालों को जवाब देते हुए कहा है, “मैं बचपन से मानता हूँ कि प्राकृतिक शक्ति है, जिसकी पूजा करने में कोई बुराई नहीं हैं।”
लेकिन पाकिस्तानी आर्मी के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने शस्त्र पूजा पर विरोध करने वालों पर कहा, “इसमें कुछ भी गलत नहीं है, क्योंकि यह धर्म के अनुरूप है।” गफूर के अनुसार, शस्त्र पूजा धर्मसम्मत है और इसका आदर होना चाहिए। उनका कहना है कि याद रखें यह केवल मशीन नहीं है जो मायने रखती है, बल्कि मशीन चलाने वाले का संकल्प और जुनून अहमियत रखता है।
Nothing wrong in #RafalePuja as it goes by the religion and that must be respected.
— Asif Ghafoor (@peaceforchange) October 10, 2019
Please remember….it’s not the machine alone which matters but competence, passion & resolve of the men handling that machine.
Proud of our PAF Shaheens.#PAFtheMenAtTheirBest
इसके बाद गफूर ने अपनी वायुसेना के पास मौजूद शाहीन मिसाइल का जिक्र किया। उन्होंने लिखा हमें भी अपनी पाकिस्तान एयरफोर्श की शाहीन पर गर्व है।
पाकिस्तानी सेना की ओर से आसिफ गफूर की ओर से आया ये बयान वाकई देश में बैठकर आलोचना करने वालों के लिए एक बड़ा जवाब है। लेकिन ज्ञात हो कि इससे पहले पाकिस्तान की इमरान सरकार के मंत्री फवाद चौधरी भारत को मिले राफेल लड़ाकू विमान का मजाक उड़ा चुके हैं। वे नींबू-मिर्ची के साथ राफेल की फोटो शेयर करने पर भारत पर तंज कस चुके हैं।
इसके अलावा बता दें कि कॉन्ग्रेस नेताओं ने भी राफेल की रिसीविंग पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। शस्त्र पूजा को लेकर कहा जा चुका है कि राफेल को रिसीव करने के बहाने मोदी सरकार अपना भगवा एजेंडा चला रही है। लेकिन दूसरी ओर राजनाथ सिंह ये कह चुके हैं कि हमारी वायुसेना विश्व की चौथी सबसे शक्तिशाली वायुसेना है और राफेल के आने से इसकी क्षमता में कई गुना ज्यादा वृद्धि होगी, जिससे इस क्षेत्र की शांति और सुरक्षा व्यवस्था और ज्यादा सुदृढ़ होगी। उन्होंने बड़े विनम्रता से देश लौटकर राफेल की पूजा पर जवाब दिया है।