पाकिस्तानी भिखारियों की विदेशों में जाकर भीख माँगने वाली आदत से परेशान होकर पाकिस्तान सरकार ने 2,000 से ज्यादा भिखारियों के पासपोर्ट निलंबित करने का फैसला किया है।। ऐसा करने के पीछे पाकिस्तानी अधिकारियों ने वजह बताई है कि ये भिखारी पासपोर्ट लेकर विदेशों में जाकर भीख माँगते हैं, इससे न केवल पाकिस्तान की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचता है, बल्कि इससे नागरिकों का सम्मान भी उस देश में कम होता है।
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सरकार का कहना है कि ये भिखारी विदेश यात्रा करके मुल्क की छवि को नुकसान पहुँचाते हैं इसलिए दुनिया भर के पाकिस्तानी दूतावासों को उन लोगों की लिस्ट बनाने को कहा गया है जो विदेश जाकर ऐसा कर रहे हैं।
सूत्रों के हवाले से यह भी बताया गया है कि अगर किसी को मुल्क से जाकर पाकिस्तान में भीख माँगते पकड़ा गया तो उसका पासपोर्ट 7 साल के लिए निलंबित कर दिया जाएगा। इसके अलावा जो एजेंट इन भिखारियों की मदद करेगा उसका पासपोर्ट रद्द करने पर भी सरकार विचार कर रही है।
बता दें कि पिछले दिनों ऐसे मामले आए थे जब पाकिस्तान के कई भिखारी तीर्थयात्रा या उमराह के लिए सऊदी अरब, ईरान और इराक जैसे देशों की यात्रा करने गए लेकिन वहाँ भीख माँगने की आदत नहीं छोड़ पाए। इसी मसले से निपटने के लिए पाकिस्तान सरकार नए नियम बनाने के लिए विचार कर रही हैं।
पिछले साल भी अक्तूबर में पाकिस्तान से 24 लोग तीर्थयात्री बनकर सऊदी अरब जाने वाली फ्लाइट में चढ़ रहे थे। हालाँकि उनके भिखारी होने का शक होने पर उन्हें हिरासत में लेकर उतारा गया। इसी घटना से दो दिन पहले मुल्तान हवाई पर भी भी भीख माँगने के संदेह वाली बात जानकार फ्लाइट से 16 लोगों को उतारा गया था।
मालूम हो कि पाकिस्तान ने भले ही भिखारियों पर बैन लगा दिया हो, लेकिन उनकी सरकार द्वारा दूसरे देशों से कर्ज माँगने की आदत की वजह से दुनियाभर में उनकी थू-थू होती है। कई वीडियोज सोशल मीडिया पर है जिसमें पाकिस्तानी ही इस बात पर पाकिस्तान की सरकार से नाराज हैं कि वो अपना कुछ करने की बजाय दूसरे देशों से मिले कर्जे पर गुजर-बसर करते हैं।