पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान (Pakistan Ex PM Imran Khan) की संसद सदस्यता रद्द करने और चुनाव लड़ने पर 5 साल का प्रतिबंध लगाने के बाद बवाल हो गया है। चुनाव आयोग के दफ्तर के सामने फायरिंग और सुरक्षाकर्मियों से झड़प की घटना सामने आई है।
चुनाव आयोग के दफ्तर के पास तैनात सुरक्षाकर्मियों से झड़प में कई लोगों के घायल होने की खबर है। वहीं, चुनाव आयोग के निर्णय का विरोध करने वाले कुछ प्रदर्शनकारियों को सुरक्षाकर्मियों ने गिरफ्तार किया है। वहीं, भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने आँसू गैस को गोले छोड़े।
कहा जा रहा है कि इमरान खान के गृह राज्य खैबर पख्तूनख्वा के एक पूर्व विधायक सालेह मोहम्मद के सुरक्षाकर्मियों ने चुनाव आयोग के बाहर फायरिंग की। इस घटना के बाद मौके पर मौजूद इस्लामाबाद पुलिस ने पूर्व विधायक और उनके सुरक्षाकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया।
सालेह मोहम्मद ने गिरफ्तारी के बाद PTI के समर्थकों ने विरोध किया और अपने सुरक्षाकर्मियों को भी इस्लामाबाद पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने की कोशिश की। इमरान खान के करीबी नेता और पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने आयोग के गेट पर चढ़ने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि यह फैसला सरकार के दबाव में लिया गया है। PTI इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी और कोर्ट में चैलेंज करेगी।
पीटीआई कार्यकर्ताओं ने इस्लामाबाद एक्सप्रेस-वे (Islamabad Expressway) को ब्लॉक कर दिया है। उधर खैबर पख्तूनख्वा में भी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर टायर जलाकर रोड को जाम कर दिया है। जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन से संबंधित एक वीडियो को PTI ने ट्वीट किया है।
ایک فیصلہ الیکشن کمیشن نے سنایا اور اب ایک فیصلہ عوام سنا رہی ہے۔#عمران_خان_ہماری_ریڈ_لائن#سلیکشن_کمیشن_شرم_کرو pic.twitter.com/j2TdNv7Xne
— Hannya Imtiaz (@HannyaImtiaz) October 21, 2022
गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पहले ही चेतावनी देते हुए कहा चुके हैं कि देश को अस्थिर करने वालों को सेना कुचल देगी। सेना मुल्क की स्थिरता और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इसे किसी भी कीमत पर चैलेंज करने की छूट नहीं दी जाएगी।
पीटीआई के नेता शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि इमरान खान पार्टी के चेयरमैन हैं और आगे भी रहेंगे। इस संबंध में आज शाम को पार्टी की मीटिंग बुलाई गई है। इस मीटिंग की अध्यक्षता इमरान खान खुद करेंगे।
बता दें कि इमरान खान के खिलाफ चुनाव आयोग ने यह फैसला तोशाखाना मामले में दी है। इमरान खान पर आरोप है कि प्रधानमंत्री रहने के दौरान मिले सभी उपहारों को तोशाखाना में जमा नहीं करवाया और उसे बेच कर पैसे कमाए। इतना ही नहीं, तोशाखाना में जमा उपहारों को कम कीमत पर खरीद ऊँची दरों में भी बेचा।