पाकिस्तान में मौजूदा समय में सियासत का पारा चरम पर है और इमरान सरकार के लिए खतरा बढ़ता ही जा रहा है। पहले विपक्षी दलों के प्रहार ने इमरान सरकार को हिला कर रख दिया तो वहीं अब सहयोगी दलों ने भी आँख दिखानी शुरू कर दी है। लिहाजा पाकिस्तान के राजनैतिक गलियारों में इमरान सरकार पर छाए अनिश्चितता के बादल चर्चा के केंद्र में बने हुए हैं।
इस बीच खबर आ रही है कि सेना प्रमुख जावेद बाजवा के से मुलाकात के बाद इमरान खान दो दिन की छुट्टी पर चले गए हैं। इसके बाद इस चर्चा ने और जोर पकड़ लिया है कि इमरान खान की कुर्सी खतरे में है। पाकिस्तान के राजनीतिक विशलेषकों का कहना है कि इमरान खान ने एक साल के कार्यकाल में एक दिन के लिए भी छुट्टी नहीं ली, लेकिन अचानक सेना प्रमुख से मुलाकात के बाद अपने सभी सरकारी कामकाज को रोककर दो दिन की छुट्टी पर चले जाना इस ओर संकेत कर रहे हैं कि सब कुछ ठीक नहीं है।
जानकारी के मुताबिक इमरान ने सत्ता संभालने के बाद बीते एक साल से ज्यादा समय में एक भी छुट्टी नहीं ली है। उन्हें जानने वाले बताते हैं कि वो जितनी देर जागते रहते हैं, आधिकारिक कामकाज में ही लगे रहते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनकी किसी छुट्टी की कोई पूर्व योजना भी नहीं थी।
पाकिस्तानी पीएम का इस तरह से अचानक छुट्टी पर चले जाना सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है। इसको लेकर कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की, तो वहीं उनके कुछ राजनैतिक विरोधियों ने लिखा, “मिस्टर प्राइममिनिस्टर, इन्हीं दो दिनों में यह प्लान बना लीजिएगा कि अब आपको जो लंबी छुट्टी मिलने वाली है, वह आप कहाँ बिताएँगे।”
गौरतलब है कि इमरान सरकार के खिलाफ विपक्ष ने देशभर में हल्लाबोल रखा है। JUI-F ने इमरान खान के इस्तीफे को लेकर लगातार आंदोलन छेड़ रखा है। इसके साथ ही सैन्य प्रमुख और इमरान की मुलाकात इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि दोनों के बीच लंबे अर्से तक कोई मुलाकात नहीं हुई थी। सरकार में भागीदार मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान के वरिष्ठ नेता ख्वाजा इजाहरुल हसन ने कहा है कि यदि अर्थव्यवस्था की स्थिति नहीं सुधरी तो शायद ही इमरान सरकार अगले बजट तक चल पाएगी।