Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयपाकिस्तान का राजकोषीय घाटा ₹19514 करोड़ के पार, मुल्क के इतिहास में अब तक...

पाकिस्तान का राजकोषीय घाटा ₹19514 करोड़ के पार, मुल्क के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा घाटा: तेल के दाम भी बढ़े

'स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान' ने 24 फरवरी, 2022 (गुरुवार) को आँकड़े जारी करते हुए बताया, "दिसंबर 2021 में यह घाटा 190 करोड़ डॉलर था। जनवरी 2022 में यह घाटा बढ़ कर 260 करोड़ डॉलर हो गया।"

पाकिस्तान वर्तमान दौर में जबरदस्त राजकोषीय घाटे से गुजर रहा है। यह घाटा पिछले 13 वर्षों में सबसे ज्यादा है। जनवरी 2022 में यह घाटा लगभग 2.6 बिलियन डॉलर (19,514 करोड़ रुपए) दर्ज किया गया है। आयात शुल्कों में तेजी आने के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में उत्पाद मूल्यों में बढ़ोतरी दर्ज होने इस घाटे की सबसे बड़ी वजह बताई जा रही है।

‘स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान’ ने 24 फरवरी, 2022 (गुरुवार) को आँकड़े जारी करते हुए बताया, “दिसंबर 2021 में यह घाटा 190 करोड़ डॉलर था। जनवरी 2022 में यह घाटा बढ़ कर 260 करोड़ डॉलर हो गया।” इस से पहले साल 2008 में यह घाटा निम्नतम स्तर पर था।

पाकिस्तान के Geo News के मुताबिक पाकिस्तान कुवैत निवेश कम्पनी के रिसर्च प्रमुख सैमुल्लाह तारिक ने घाटे को अप्रत्याशित बताया है। वहीं आरिफ हबीब लिमिटेड के रिसर्च हेड ताहिर अब्बास ने इसको पाकिस्तान के इतिहास में अब तब का सबसे बड़ा राजकोषीय घाटा बताया है।

इस घाटे के चलते पाकिस्तान में तेलों के दाम भी बढ़े हैं। इसको ले कर पाकिस्तान के ग्लोबल विलेज स्पेस TV के CEO ने भी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने संदेह जाहिर किया है कि क्या पाकिस्तान साल 2002 के IMF (International Monetary Fund) प्रोग्राम में हिस्सा ले पाएगा ? हर मोर्चे पर असफल पाकिस्तान के लिए अब आर्थिक मोर्चे को संभालना बड़ी चुनौती होगी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मुस्लिम घुसपैठियों और ईसाई मिशनरियों के दोहरे कुचक्र में उलझा है झारखंड, सरना कोड से नहीं बचेगी जनजातीय समाज की ‘रोटी-बेटी-माटी’

झारखंड का चुनाव 'रोटी-बेटी-माटी' केंद्रित है। क्या इससे जनजातीय समाज को घुसपैठियों और ईसाई मिशनरियों के दोहरे कुचक्र से निकलने में मिलेगी मदद?

दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत का AAP से इस्तीफा: कहा- ‘शीशमहल’ से पार्टी की छवि हुई खराब, जनता का काम करने की जगह...

दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने अरविंद केजरीवाल एवं AAP पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकार पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -