पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद स्थित COMSATS यूनिवर्सिटी अपने प्रश्न पत्र को लेकर विवादों में है। दरअसल, यूनिवर्सिटी के एक लेक्चरर ने प्रश्न पत्र में छात्रों से ‘क्या भाई-बहन का सेक्स करना ठीक है’ विषय पर निबंध लिखने को कहा था।
इस प्रश्न पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जमकर हंगामा हुआ। नेटिजन्स ने लेक्चरर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की माँग की। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने लेक्चरर की छुट्टी कर दी है।
پاکستان کی اعلیٰ یونیورسٹیاں پاکستان کے نوجوانوں اور ہماری ثقافت اور مذہبی اقدار کو تباہ کرنے کے مشن پر رواں دواں!
— Shehryar Bukhari (@ShehryarReal) February 19, 2023
LUMS میں گنگا جمنی تہذیب کو فروغ اور COMSATS میں بھائی اور بہن کے درمیان جنسی تعلقات کی تعلیمات!#امپورٹڈ_حکومت کا #امپورٹڈ_پاکستان pic.twitter.com/KYlywzhDl5
हंगामे के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पाकिस्तान के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय को जानकारी दी है कि इंग्लिश कंपोजिशन एग्जाम में विवादास्पद प्रश्न पूछने वाले फैकल्टी के एक सदस्य को यूनिवर्सिटी ने नौकरी से निकाल दिया है।
2 फरवरी 2023 को लिखे एक पत्र में यूनिवर्सिटी की ओर से कहा गया, “पहले सेमेस्टर में अंग्रेजी के प्रश्न पत्र की सामग्री को लेकर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के 19 जनवरी, 2023 के पत्र का जवाब देने का निर्देश दिया गया है। इस मामले में कार्रवाई पहले ही की जा चुकी है। लेक्चरर (विजिटिंग फैकल्टी) की सेवा 5 जनवरी, 2023 से समाप्त कर दी गई है। इसके साथ ही उस लेक्चरर को ब्लैक लिस्ट भी कर दिया गया है।”
दरअसल, पाकिस्तान के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आपत्तिजनक प्रश्न पत्र पर संज्ञान लेने हुए यूनिवर्सिटी से जवाब माँगा था। मंत्रालय ने 19 जनवरी, 2023 को विश्वविद्यालय को पत्र भेजकर कहा था, “प्रश्न पत्र में पूछा गया सवाल काफी आपत्तिजनक है। यह पूरी तरह से पाकिस्तान के पाठ्यक्रम कानूनों के खिलाफ है और छात्रों के परिवारों के बीच अशांति पैदा करता है।”
बता दें कि मंत्रालय ने यूनिवर्सिटी से इस मामले में जाँच करने और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा था। मंत्रालय ने विश्वविद्यालय प्रशासन को जाँच रिपोर्ट सौंपने के लिए एक सप्ताह का समय दिया था। रिपोर्टों के अनुसार, अस्टिटेंट रजिस्ट्रार नवीद अहमद खान ने स्वीकार किया है कि छात्रों से बेहद आपत्तिजनक प्रश्न पूछा गया था। उन्होंने दावा किया कि इस मामले में अगले दिन एक बैठक की गई थी और उस लेक्चरर से यह बताने को कहा गया कि उसने छात्रों से ऐसा मूर्खतापूर्ण प्रश्न क्यों पूछा? उन्होंने कहा कि उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली, जिसके बाद यूनिवर्सिटी ने लेक्चरर को नौकरी से निकाल दिया। प्रश्न पत्र को फिर से तैयार किया गया।