Tuesday, November 5, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयशादी के 1 हफ्ते पहले Pak में सिख युवक की हत्या, पत्रकार भाई ने...

शादी के 1 हफ्ते पहले Pak में सिख युवक की हत्या, पत्रकार भाई ने कहा- ‘हमें हर साल उठानी पड़ती हैं लाशें’

मृतक के भाई हरमिंदर सिंह पब्लिक न्यूज़ इस्लामाबाद में बतौर रिपोर्टर कार्यरत हैं। परविंदर की शादी अगले ही हफ्ते होनी थी। वो शादी की तैयारी के सिलसिले में ही पेशावर गए हुए थे, जहाँ उनकी हत्या कर दी गई।

पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहा उत्पीड़न थमने का नाम नहीं ले रहा है। पाकिस्तान के खैबर पख़्तूनख़्वा में स्थित पेशावर में एक सिख युवक की हत्या के बाद पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की दयनीय स्थिति एक बार फिर सामने आ रही है। ख़बर के अनुसार, पेशावर में एक सिख युवक की हत्या कर दी गई है लेकिन अब तक हत्यारे का कोई सुराग नहीं मिला है। चमकनी पुलिस थाना क्षेत्र में रविवार (जनवरी 5, 2020) को हुई इस वारदात को लेकर इलाक़े के हिन्दुओं व सिखों में भय का माहौल व्याप्त है। डेड बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए हॉस्पिटल भेजा गया है।

वहीं सोशल मीडिया के माध्यम से मृतक के भाई ने न्याय की गुहार लगाई है। मृतक के भाई हरमिंदर सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हो रहे अत्याचार के मामलों को पाकिस्तानी पुलिस द्वारा दबा दिया जाता है। हरमिंदर ने अपने मृत भाई के लिए न्याय की भावुक गुहार लगाते हुए कहा कि वो चाहते हैं कि लोग उनकी आवाज़ बनें। उन्होंने कहा कि एक तरफ पाकिस्तान की सरकार अल्पसंख्यकों के नाम पर बड़ी फंडिंग उठाती है और दूसरी तरफ सिखों, हिन्दुओं व ईसाईयों पर अत्याचार किया जाता है।

“पाकिस्तान में हमारी हालत ये है कि आज मुझे अपने मरे हुए भाई की बॉडी उठानी पड़ रही है”- ये बोल पीड़ित हरमिंदर के हैं, जिन्होंने ट्विटर पर अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा कि वो तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक पाकिस्तानी सरकार उनके भाई के कातिलों को सज़ा नहीं दे देती। हरमिंदर ने कहा कि वो न्याय के लिए जहाँ भी जाना होगा, जाएँगे। हरमिंदर ने भावुक अपील करते हुए कहा:

“आज मुझे अपने भाई की लाश उठानी पड़ रही है। कल को मेरे और भी हिन्दू, सिख और ईसाई भाइयों को इस स्थिति से गुजरना पड़ सकता है। पाकिस्तान दुनिया भर में ढिंढोरा पीटता है कि यहाँ अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं लेकिन असलियत ये है कि हमें हर साल लाशें उठानी पड़ती हैं। कभी पेशावर में तो कभी स्वात में, ये सिलसिला लगातार चल रहा है। मैं जनता से अपील करता हूँ कि आप हमारी आवाज़ बनें। हमारे नाम पर हर साल अरबों डॉलर की फंडिंग खाई जाती है। हमारी हालत देखिए, हम रोते-बिलखते आपके सामने ही खड़े हैं।”

मृतक का नाम रविंदर सिंह है। मृतक के भाई हरमिंदर सिंह पब्लिक न्यूज़ इस्लामाबाद में बतौर रिपोर्टर कार्यरत हैं। परविंदर की शादी अगले ही हफ्ते होनी थी। ऐसे समय में उनकी हत्या होने से परिवार सदमे में है। वो शादी की तैयारी के सिलसिले में ही पेशावर गए हुए थे, जहाँ उनकी हत्या कर दी गई। 25 वर्षीय परविंदर की हत्या को लेकर पाकिस्तान पुलिस ने कहा है कि वो जाँच कर रही है। अस्पताल में मृतक के परिजन रोते-बिलखते नज़र आए, जिन्हें परिचित ढाँढस बँधा रहे थे।

संयुक्त राष्ट्र ने अपनी रिपोर्ट में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की दयनीय स्थिति पर चिंता जताई थी। वहीं पाक पीएम इमरान ख़ान लगातार कहते हैं कि वहाँ अल्पसंख्यक ख़ुशी से रह रहे हैं। हाल ही में पाकिस्तान स्थित पंजाब के ननकाना साहिब को घेर कर मुस्लिमों ने पत्थरबाजी की। भड़काऊ नारेबाजी कर रही मुस्लिम भीड़ ने गुरु नानक के जन्मस्थल को तहस-नहस करने की चेतावनी दी। ऐसे में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।

ननकाना साहेब गुरुद्वारे पर मुस्लिमों का हमला, कहा- कोई सिख नहीं रहेगा यहाँ, नाम होगा गुलाम-ए-मुस्तफा

कॉन्ग्रेस ने ननकाना साहिब पर हमले के वीडियो को बताया फेक, गुलाम नबी ने कहा- घटना के बारे में पता नहीं

NDTV के पत्रकार ने इमरान खान को फेक वीडियो भेज कर कराई Pak की फजीहत, रवीश ने जारी किया बयान!

कोई सिख नहीं रहेगा यहाँ, नाम होगा गुलाम-ए-मुस्तफा: ननकाना साहिब में पत्थरबाजी, मारपीट पर भारत ने जताई कड़ी आपत्ति

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कनाडा की सड़कों पर सनातनियों का सैलाब, लगे ‘जय श्रीराम’ के नारे: हिंदू मंदिर पर हमले को लेकर PM मोदी ने दिया सख्त संदेश,...

कनाडा में सैंकड़ों हिंदुओं ने सड़कों पर उतर अपना गुस्सा जाहिर किया। वहीं जोर-जोर से 'जय श्रीराम' की नारेबाजी भी हुई।

नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ सूर्य उपासना का 4 दिन का अनुष्ठान: विस्तार से जानिए क्यों होता है छठ, क्या हैं इसके तात्पर्य

5 नवंबर, 2024 से नहाय-खाय के साथ सूर्योपासना के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत हो चुकी है। 7 नवंबर तारीख को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। 8 नवंबर को उगते सूर्य को।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -