पाकिस्तान के बलूचिस्तान में पुलिस थाने के भीतर एक पुलिसकर्मी ने कथित ईशनिंदा के आरोपित की गोली मार कर हत्या कर दी। ईशनिंदा के आरोपित को भीड़ के गुस्से से बचाने के लिए थाने में रखा गया था। यहाँ भी उसकी जान नहीं बची और एक कट्टरपंथी पुलिसकर्मी का वह निशाना बन गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह वाकया बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा का है। यहाँ 70 वर्षीय सैयद खान नाम के एक बुजुर्ग व्यक्ति पर फोन पर इस्लाम के पैगम्बर के विषय में अपमानजनक बातें करने का आरोप लगाया था। सैयद खान की एक फोन रिकॉर्डिंग वायरल हो गई थी। इसके बाद उसे पुलिस पकड़ लाई थी।
सैयद खान को एक जगह सुरक्षित तौर पर रखा गया था ताकि कहीं भीड़ उसे मार ना दे। हालाँकि, यहाँ भी वह नहीं बच सका। यहाँ एक पुलिसकर्मी सैयद खान का रिश्तेदार बन कर आया और उससे मिलने के बहाने उसको गोली मार दी। सैयद की इससे मौत हो गई।
क्वेटा के पुलिस अधिकारीयों ने बताया है कि सैयद खान को मारने वाले पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिसकर्मी की पहचान अभी साफ़ नहीं हुई है। वह पुलिस के किस विभाग में काम करता था यह भी साफ़ नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि जिस सैयद खान को पुलिसकर्मी ने मारा है, उसे सबसे पहले खैरोताबाद पुलिस थाने में रखा गया था। यहाँ उसके विरुद्ध ईशनिंदा का एक मामला दर्ज किया गया था। इस थाने पर इस दौरान एक भीड़ ने हमला बोल दिया था और ग्रेनेड भी फेंक दिया था। भीड़ कह रही थी की ईशनिंदा का आरोपित उनके हवाले कर दिया जाए।
भीड़ इस ईशनिंदा के आरोपित को मारना चाहती थी। इस भीड़ में पाकिस्तान की इस्लामी कट्टरपंथी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक (TLP) के लोग भी शामिल थे। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें कट्टरपंथी भीड़ थाने का दरवाजा तोड़ने की कोशिश करते हुए देखी जा सकती है।
🚨 In Quetta, Balochistan, a man accused of blasphemy against Islam's Prophet has been arrested, leading to a dangerous situation as a mob attempts to break into the police station to burn him. This highlights the urgent need for reform in Pakistan's blasphemy laws and protection… pic.twitter.com/yc6Pe8NeBg
— Farrukh.H.Saif (@Farrukhhsaif) September 11, 2024
TLP के लोगों ने अब मार दिए गए ईशनिंदा के आरोपित को मौत की सजा देने की माँग करते हुए क्वेटा की सड़कें जाम कर दी थीं। हालाँकि, तब क्वेटा प्रशासन ने उन्हें किसी तरह समझा लिया था। लेकिन इसके बाद इस कट्टरपंथी पुलिसकर्मी ने आरोपित को थाने में ही मार दिया।
Quetta #Balochistan Radical Islamist are visiting the house of the police officer, who shot and killed the accused of #blasphemy, and congratulate killer father. pic.twitter.com/B1kdeyJCAI
— Faraz Pervaiz (@FarazPervaiz3) September 12, 2024
सोशल मीडिया पर यह भी दावा किया गया है कि इस पुलिसकर्मी के परिजनों को इस्लामी कट्टरपंथियों ने सम्मानित भी किया है। एक वीडियो वायरल है जिसमें कुछ लोग एक शख्स को माला पहना रहे हैं, उसके हाथ चूम रहे हैं। बताया जा रहा है कि वह पुलिसकर्मी का पिता है।
हालाँकि, यह कोई पहली घटना नहीं है जब पुलिसकर्मियों ने ईशनिंदा के आरोपितों की हत्या की हो। इससे पहले भारतीय पत्रकार तवलीन सिंह के पति और पाकिस्तान के बड़े नेता सलमान तासीर की उनके ही बॉडीगार्ड ने हत्या कर दी थी। उन पर भी ईशनिंदा का आरोप था।