पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में हिन्दू लड़की नमृता चंदानी की हत्या के मामले में पुलिस ने 2 को गिरफ्तार किया है। लरकाना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए दोनों संदिग्ध नमृता के करीबी दोस्त और सहपाठी हैं। इनकी पहचान अली शान मेमन और मेहरान अब्रो के तौर पर हुई है।
मेडिकल की छात्रा नमृता घोटकी शहर से ताल्लुक रखती थी, जहाँ हाल ही में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। नमृता का शव 17 सितंबर को उसके हॉस्टल के कमरे में चारपाई पर संदिग्ध हालत में मिली थी। उसका कमरा अंदर से बंद था और गले में रस्सी बंधी थी।
ARY न्यूज के अनुसार, मेहरान अब्रो, नमृता का क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर रहा था। वहीं, नमृता के परिवार ने मामले की गहन जाँच की माँग की है। नमृता के भाई, विशाल जो कि एक मेडिकल कंसल्टेंट हैं, ने कहा कि शुरुआती जाँच से पता चला है कि उसकी हत्या की गई थी।
विशाल ने कहा, “यह आत्महत्या नहीं है। आत्महत्या के निशान अलग होते हैं। मुझे उसकी गर्दन के चारों ओर केबल के निशान मिले थे। उसके हाथ पर भी निशान थे। लेकिन उसकी दोस्तों ने बताया था कि उसने नमृता के गले पर दुपट्टा बँधा देखा था।”
जब विशाल से पूछा गया कि क्या नमृता किसी तरह की परेशानी या समस्या का सामना कर रही थी, तो उन्होंने कहा कि नहीं, ऐसा कुछ भी नहीं है। उन्होंने 2 दिन पहले ही नमृता से बात की थी। वह बहुत ब्रिलिएंट स्टूडेंट थी। विशाल ने इस मामले में निष्पक्ष रूप से जाँच करने की माँग की है और साथ ही न्याय के लिए नागरिकों को परिवार का समर्थन करने की अपील की है।
नमृता की हत्या की गुत्थी ने लोगों के मन में यह संशय पैदा कर दिया कि कहीं ये जबरन धर्म परिवर्तन का मामला तो नहीं था। इस घटना के बाद कराची में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करते हुए नमृता लिए न्याय की माँग की। प्रशासन ने शुरुआत में इस मामले को आत्महत्या बता रफा-दफा करने की कोशिश की थी।