पाकिस्तान में कट्टरपंथी इस्लामी भीड़ ने ईशनिंदा के आरोप में फिर से एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी है। घटना पंजाब प्रांत के खानेवाल जिले के तुंबा कस्बे में शनिवार (12 फरवरी 2022) को अंजाम दी गई। रिपोर्टों के अनुसार इस दौरान पुलिस मुकदर्शक बनी रही। इससे पहले 3 दिसंबर 2021 को सियालकोट में श्रीलंका के एक इंजीनियर को कारखाने में काम करने वाले कट्टरपंंथियों ने ईशनिंदा का आरोप लगा पीट-पीटकर मार डाला था।
तुंबा कस्बे में जिस व्यक्ति की पत्थर से मारकर मॉब लिंचिंग की गई उस पर कुरान के पन्नों को जलाने का आरोप था। हत्या के बाद इस्लामवादियों ने उसके शव को पेड़ पर लटका दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, घटना मियाँ चन्नू के तुलम्बा मदरसा की है। यहीं पर एक व्यक्ति की बर्बर लिंचिंग का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जाता है कि भीड़ इस कदर उन्मादी थी स्थानीय पुलिसवालों ने अपनी जान बचाने के लिए व्यक्ति को भीड़ के पास भेज दिया।
नोट: दृश्य काफी भयावह हैं, पाठक अपने स्वविवेक से देखें।
#BREAKING: Islamist mob in Pakistan stoned an innocent man to death for allegedly burning some pages of the Quran in Tulamba town of Khanewal district in Punjab. Corpse of the innocent man was later hung on a tree. Graphic visuals. No global condemnation?pic.twitter.com/hmRlyXxbp7
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) February 12, 2022
बताया जाता है बाहर उन्मादी भीड़ जमा थी फिर भी पुलिस ने आरोपित को मियाँ चुन्नू थाने से बाहर जाने दिया। इसके बाद मुस्लिम भीड़ उसे घसीटते हुए ले गई। हत्या से पहले उसे खूब टॉर्चर किया। उसे ईंट-पत्थरों से तब तक मारा गया, जब तक मौत नहीं हुई फिर पेड़ से लटका दिया।वारदात के बाद जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ) और थाना प्रभारी (एसएचओ) घटनास्थल पर पहुँचे। इस बीच दक्षिण पंजाब के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक (सेवानिवृत्त) जफर इकबाल अवान ने तुलम्बा पुलिस से आरोपितों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने को कहा है। वहीं पंजाब प्रान्त के आईजी राव सरदार अली खान ने भी इस मसले पर रिपोर्ट तलब किया है। पुलिस अधिकारी ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
इससे पहले भी हुई हैं ऐसी घटनाएँ
पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में मॉब लिंचिंग की ये कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले पिछले साल नवंबर 2021 में पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा के चारसद्दा जिले में पवित्र कुरान का अपमान करने के मामले में गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को नहीं सौंपने पर भीड़ ने पुलिस स्टेशन को ही आग लगा दी थी। दिसंबर 2021 में ही पाकिस्तान के सियालकोट में श्रीलंकाई नागरिक प्रियंतन कुमारा को मुस्लिम भीड़ ने हत्या कर जला दिया था। बाद में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पाक पुलिस ने 40 आरोपितों को गिरफ्तार किया था।
My sp report on increasing mob violence in Pakistan.
— Farhat Javed Rabani (@FarhatJavedR) February 5, 2022
It’s not always blasphemy. Anything, it seems, can trigger a crowd. People r now more cautious to express their opinion in public.
Filmed by WaqasAnwar & produced by @TomDonkinBBC
Watch here on Global with @AmroliwalaBBC
1/2 pic.twitter.com/pZa5OtgCZI
अगर बीते 3 दशकों की बात करें तो पाकिस्तान में केवल ईशनिंदा का आरोप लगाकर 60 लोगों की हत्या की गई है। बहरहाल मियाँ चन्नू के तुलम्बा मदरसा मामले की जाँच की जा रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार ने इस मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई की बात कही है।