पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान में एक मदरसा शिक्षिका की मंगलवार (29 मार्च 2022) को हत्या कर दी गई। वजह 13 साल की एक लड़की ने सपने में देखा कि शिक्षिका ने ईशनिंदा की है। सपने में ही उसे जान से मारने का हुक्म मिला। इसके बाद नाबालिग ने तीन अन्य महिलाओं के साथ मिल शिक्षिका की हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि चारों ने शिक्षिका पर धारदार हथियार से हमला किया और मदरसे के दरवाजे के पास सिर काटकर उसकी हत्या कर दी।
हत्या अंजुमाबाद इलाके में हुई। हत्या की आरोपित तीनों महिला भी जामिया इस्लामिया फलाहुल बिनात मदरसा में शिक्षिका थी। मृतका भी इसी मदरसे में पढ़ाती थी। हत्या में वह 13 साल की लड़की भी शामिल थी जिसने ‘ईशनिंदा का सपना’ देखा था। डीपीओ कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि पूछताछ में आरोपितों ने ईशनिंदा का आरोप लगाया और कहा कि वह धार्मिक विद्वान मौलाना तारिक जमील की अनुयायी थी, जिसे वह नापसंद करती थीं।
Three women said that their relative, 13 year old girl, “had seen a dream last night that the Prophet PBUH had directed them that the victim had committed blasphemy against the Prophet and that the Prophet had ordered them to slaughter the victim.” https://t.co/poCgOmWp1R
— Naila Inayat (@nailainayat) March 29, 2022
बयान के अनुसार तीनों आरोपित महिलाओं ने खुलासा किया कि उनकी 13 साल की रिश्तेदार ने एक सपना देखा था। ख्वाब में में ही उसे ईशनिंदा करने वाली शिक्षिका की हत्या का हुक्म मिला था। बयान में बताया गया है कि नाबालिग के देखे सपने के आधार पर ही तीनों महिलाओं ने हत्या कर दी।
मामले में दक्षिण वजीरिस्तान जिले में महसूद जनजाति से ताल्लुक रखने वाले लाल शाह के बेटे जाहिद ने FIR दर्ज करवाई। इसमें कहा गया कि उसकी 21 वर्षीय भतीजी सफूर बीबी मदरसातुल फलाहुल बनात इस्लामिया में शिक्षिका के तौर पर कार्यरत थी। उसने पुलिस को बताया कि 24 वर्षीय आरोपित उमरा अमन (दीन बादशाह की बेटी), 21 साल की रजिया हनफी (अल्लाह नूर की बेटी), 17 साल की आयशा नोमानी (अल्लाह नूर की बेटी) और शाह नूर की 13 साल की बेटी ने सफूर बीबी पर हमला किया। मंगलवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे जब वह मदरसे में पहुँची तो उन पर चाकुओं और धारदार हथियारों से हमला किया गया।
मौके पर पहुँची पुलिस ने सभी आरोपितों के गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल किए गए हथियार को भी बरामद कर लिया है। उन्होंने बताया कि सभी आरोपित मूल रूप से दक्षिण वजीरिस्तान जिले के रहने वाले हैं, लेकिन डेरा इस्माइल खान शहर के अंजुमाबाद इलाके में रह रहे हैं। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।