हिंदूघृणा फैलाने के लिए कुख्यात पाकिस्तान के पत्रकार अरशद शरीफ की केन्या की राजधानी नैरोबी में 23 अक्टूबर 2022 को हुई हत्या के बाद इस मामले में कुछ नए खुलासे हुए हैं। पहले उनकी पत्नी ने जहाँ दावा किया था कि अरशद को गोली मारी गई। वहीं अब पता चला है कि उन्हें गोली मारने से भी पहले 3 घंटे प्रताड़ित किया गया था।
बोल न्यूज के मुताबिक यह दावा पाकिस्तान के एक निजी टीवी एंकर ने अपने कार्यक्रम में किया। रिपोर्ट में बताया गया कि अरशद को मारने से पहले उनके नाखून उखाड़ दिए गए थे और उनकी पसलियाँ और उंगलियाँ तोड़ दी गई थीं। इसके बाद उन्हें वाहन से बाहर निकाल कर बहुत करीब से गोली मारी गई थी। कथिततौर पर हत्या की योजना पहले से ही बनाई गई थी।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक अपराध स्थल पर शरीफ का मोबाइल फोन और आई-पैड मौजूद नहीं था। हत्या की जाँच करने केन्या गई पाकिस्तान की टीम ने भी घटनास्थल पर मोबाइल फोन नहीं मिलने पर सवाल उठाए थे। टीम का मानना था कि शरीफ की हत्या के बाद संभवतः इसकी चोरी की गई होगी।
दूसरी ओर, पाकिस्तानी जाँचकर्ताओं ने केन्याई अधिकारियों से एक शूटिंग रेंज में मौजूद प्रशिक्षकों के नाम और संपर्क विवरण प्रदान करने के लिए कहा है, जहाँ पत्रकार अरशद शरीफ को हत्या से पहले आखिरी बार देखा गया था।
बताया जा रहा है कि शरीफ 23 अक्टूबर को रात करीब 8 बजे अपने मेजबान वकार अहमद के भाई खुर्रम के साथ नैरोबी के लिए रवाना हुए थे। एक घंटे बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। जाँच के दौरान अम्मोडम्प शूटिंग रेंज में लगभग 10 अमेरिकी प्रशिक्षकों की उपस्थिति का पता चलने के बाद हत्या पर विवाद और गहरा गया है।
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तानी सरकार की ओर से केन्या की यात्रा करने वाले दो सदस्यीय का प्रारंभिक आँकलन यह था कि अरशद शरीफ टार्गेट किलिंग का शिकार हुआ है।
अरशद शरीफ पूर्व में एआरवाई न्यूज से जुड़े हुए थे और बाद में वह दुबई चले गए थे। पाकिस्तान में उनके ऊपर देशद्रोह का मुकदमा भी था। इसके अलावा भारत में वह अपने हिंदूविरोधी और मोदी विरोधी रुख के लिए भी जाने जाते थे। नीचे देख सकते हैं कि कैसे अरशद दिल्ली हिंदू विरोधी दंगों के समय हिंदूघृणा फैलाने में लगे हुए थे।
Listen to the cries of the people burnt alive by #Hindutva #RSS #BJP goons.
— Arshad Sharif (@arsched) February 26, 2020
Horrible memories of use of gas⛽️ chambers by #Nazis to exterminate #Jews replicated by #Modi by burning #Muslims alive in #DelhiRiots in #Indian state sponsored #DelhiViolence 👇👇🩸🩸🩸👇👇 pic.twitter.com/Vt07VTh5da
वह एक अन्य ट्वीट में वह किसी टीवी कार्यक्रम का वीडियो शेयर करते हैं,जहाँ एक प्रोफेसर पीएम मोदी के खिलाफ जहर उगल रहा है । वह कहता है कि मोदी अपनी हिंदुत्व की नीतियों के साथ दक्षिण एशिया के एक नए हिटलर के तौर पर उभर रहा है। ईसाइयों, पारसियों, यहूदियों, सिखों और मुस्लिमों के लिए भाजपा में कोई जगह नहीं है।
Warning ⚠️ #Modi emerging as the new #Hitler of South Asia with his policy of #Hindutva –#Christians #Jews #Parsis #Sikhs #Muslims have no place in #BJP ‘s #India. Professor of Peace & Conflict Studies Professor @ashoswai sounds alarm bells 🔔 👇 pic.twitter.com/0kOR2Xx6XZ
— Arshad Sharif (@arsched) March 6, 2019