गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए जाने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नियमों में छूट दी है। इसकी जानकारी उन्होंने ट्विटर के जरिए दी। खान ने लिखा, “भारत से करतारपुर आने वाले सिखों के लिए दो बातें जरूरी हैं। पहला उन्हें पासपोर्ट की जरूरत नहीं है केवल एक वैध पहचान पत्र चाहिए और दूसरा उन्हें 10 दिन पहले रजिस्ट्रेशन कराने की कोई आवश्यकता नहीं है।”
For Sikhs coming for pilgrimage to Kartarpur from India, I have waived off 2 requirements: i) they wont need a passport – just a valid ID; ii) they no longer have to register 10 days in advance. Also, no fee will be charged on day of inauguration & on Guruji’s 550th birthday
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) November 1, 2019
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि करतारपुर के उद्घाटन के दिन और गुरू नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के दिन कोई शुल्क नहीं लगेगा। बता दें कि इमरान ख़ान करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन 9 नवंबर को करेंगे। श्रद्धालुओं के पहले जत्थे में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल होंगे।
ख़बर के अनुसार, पाकिस्तान ने कॉन्ग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन में शामिल होने के लिए ख़ास न्योता दिया है। इस न्योते को स्वीकार करते हुए सिद्दू ने इमरान ख़ान को धन्यवाद कहा है। इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स के दौरान पूछे गए एक सवाल के जबाव में कहा कि जिन भारतीयों को पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर उद्घाटन समारोह में बुलाना चाहता है, उन्हें राजनीतिक मंजूरी लेनी होगी। उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने उद्घाटन जत्था में शामिल 480 श्रद्धालुओं की सूची पाकिस्तान को दे दी गई है और पाकिस्तान से इसकी मंज़ूरी का इंतज़ार किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 नवंबर को पंजाब के बटाला में डेरा बाबा नानक में बने करतारपुर कॉरिडोर पैसेंजर टर्मिनल भवन (PTB) का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही कॉरिडोर औपचारिक रूप से खुल जाएगा। इसके बाद वह सुल्तानपुर लोधी में गुरू नानकदेव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर आयोजित समारोह में शिरक़त करेंगे।
ग़ौरतलब है कि सिखों के अटूट आस्था के प्रतीक करतारपुर साहिब को भारत से जोड़ने के लिए एक कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। यह कॉरिडोर भारत और पाकिस्तान दोनों की तरफ़ से बनाया जा रहा है, जिसे पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा। करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण के लिए भारत की तरफ़ से 26 नवंबर 2018 को नींव रखी गई थी, वहीं पाकिस्तान में यह नींव 28 नवंबर 2018 को रखी गई थी।