फिलीस्तीन में अधिकारियों ने कोरोना वायरस संक्रमण के दो मामलों की रविवार (22 मार्च, 2020) को पुष्टि की। फिलिस्तीन के इन लोगों ने पाकिस्तान की यात्रा की थी और वापसी पर उन्हें पृथक कर दिया गया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “दो नागरिकों में पाकिस्तान से लौटने के बाद कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है।” इन दोनों के संक्रमित होने की पुष्टि के साथ ही गाजा में कोरोना संक्रमण का पहला केस सामने आया।
संक्रमित मरीजों को रफा शहर के एक अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। इससे पहले इजराइल और मिस्र से गाजा में प्रवेश करने वाले लगभग 1,270 लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया था। वेस्ट बैंक में 55 लोगों में कोरोना वायरस का पता चला है। फिलिस्तीन में अब तक मौत के कोई मामले सामने नहीं आए हैं। एहतियात के तौर पर वेडिंग हॉल और बाजार बंद कर दिए गए हैं।
उप स्वास्थ्य मंत्री यूसेफ अबू अल-रीश ने कहा, “ये दो मामले उन लोगों में से दर्ज किए गए हैं, जो गाजा वापस आए और यहाँ रहने वाले लोगों के साथ नहीं मिले।” अब यहाँ पर सीमित परीक्षण क्षमताओं के साथ इस क्षेत्र में पैनिक की स्थिति पैदा हो गई है। गाजा में लगभग 20 लाख लोगों की देखभाल के लिए मात्र 60 ICU बेड हैं। कर्मचारियों की भारी कमी के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है।
फिलिस्तीनी शरणार्थी UNRWA के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के गाजा निदेशक माथियास श्मले ने कहा था, “मैं जो कुछ भी सुन रहा हूँ, अगर यह प्रकोप उस भयानक स्थिति में पहुँच जाता है, जहाँ आपको इलाज के लिए 60 से अधिक आईसीयू बेड की आवश्यकता होती है, तो यह काफी मुश्किल हो जाएगा और निश्चित तौर पर यह एक विशालकाय आपदा में तब्दील हो सकता है।” बता दें कि कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी संगठन हमास और इजरायल सरकार के बीच चल रहे संघर्ष के कारण गाजा स्ट्रिप 2007 से नाकाबंदी के अधीन है।