ब्रिटेन की गद्दी के उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स की चैरिटी ने आतंकी ओसामा बिन लादेन के परिवार से 10 लाख पाउंड्स (9.64 करोड़ रुपए) का दान लिया था। इस खुलासे के बाद यूनाइटेड किंगडम के राजपरिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ‘प्रिंस ऑफ वेल्स’ के संगठन ने 2013 में ये दान ओसामा बिन लादेन के भाइयों बकर और शफीक बिन लादेन से लिए थे। आतंकी संगठन अलकायदा का संस्थापक लादेन ने अमेरिका में 9/11 के हमले को अंजाम दिया था।
ये खुलासा इसीलिए भी ब्रिटेन के राजपरिवार को मुश्किलों में डालने वाला है, क्योंकि हाल ही में एक और बड़ा खुलासा हुआ था कि प्रिंस चार्ल्स ने क़तर के एक कारोबारी से 2011-15 के बीच 3.10 मिलियन डॉलर (24.55 करोड़ रुपए) लिए थे। कई बार तो रुपए व्यक्तिगत रूप से सूटकेस और शॉपिंग बैग्स तक में लिए गए। बता दें कि ओसामा बिन लादेन का परिवार सऊदी अरब के सबसे अमीर परिवारों में से एक है और वहाँ के राजपरिवार के साथ उनके अच्छे सम्बन्ध हैं।
हालाँकि, मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ओसामा बिन लादेन के दोनों सौतेले भाइयों बकर और शफीक का आतंकवाद से कोई सम्बन्ध साबित नहीं हुआ है। 1994 में सऊदी अरब ने ओसामा बिन लादेन की नागरिकता रद्द कर दी थी, जिसके बाद उसके परिवार ने खुद को उससे कर लेने का दावा किया था। बकिंघम पैलेस के अधिकारियों का कहना है कि दान लिया गया था, लेकिन प्रिंस चार्ल्स ने इसमें कोई भूमिका नहीं निभाई थी।
EXCLUSIVE: Prince Charles accepted £1m payment from the family of Osama Bin Laden
— Gabriel Pogrund (@Gabriel_Pogrund) July 30, 2022
Prince met and secured money from 9/11 terrorist's siblings — including family patriarch Bakr — despite objections of palace aides
One was "shouted down" for raising alarmhttps://t.co/ikt29q2AWi
बताया जा रहा है कि चैरिटी के ट्रस्टियों ने ये फैसला लिया था। जबकि ‘द संडे टाइम्स’ का खुलासा कहता है कि 30 अक्टूबर, 2013 को प्रिंस चार्ल्स ने क्लारन्स हाउस में बकर बिन लादेन के साथ एक बैठक की थी, जिसके बाद ये डील हुई। ओसामा बिन लादेन को मारे गए तब तक 2 साल हो चुके थे। सलाहकारों की आपत्ति के बावजूद ब्रिटेन की गद्दी के उत्तराधिकारी ने ये रुपए स्वीकार किए। इस चैरिटी संगठन की स्थापना 1979 में हुई थी।