पाकिस्तानी कोर्ट द्वारा आतंकी हाफ़िज सईद को सजा सुनाए जाने के फैसले पर भारत ने अपनी सधी हुई प्रतिक्रिया दी है। भारत ने कहा है कि आगामी दिनों में FATF बैठक होनी है, ऐसे समय में पाकिस्तान कोर्ट द्वारा हाफ़िज पर कार्रवाई करना एक दिखावा भी हो सकता है।
भारत की तरफ से कहा गया है कि पाकिस्तान की एक अदालत ने आतंकी वित्तपोषण मामले में संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी के रूप में नामित और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभियुक्त आतंकवादी हाफिज सईद को सजा सुनाई है। यह पाकिस्तान के लंबे समय से लंबित अंतरराष्ट्रीय दायित्व का हिस्सा है, ताकि आतंकवाद का समर्थन किए जाने पर लगाम लग सके, लेकिन इस फैसले को FATF बैठक से ठीक पहले लेना गौर करने वाली बात है।
Government Sources: The decision has been made on the eve of the Financial Action Task Force(FATF) Plenary meeting, which has to be noted. Hence, the efficacy of this decision remains to be seen. https://t.co/plwxbg6V4M
— ANI (@ANI) February 13, 2020
भारत ने कहा है कि, यह भी देखा जाना चाहिए कि क्या पाकिस्तान अपने नियंत्रण में आने वाले सभी आतंकवादी संगठनों और क्षेत्रों से काम करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा और मुंबई और पठानकोट सहित सीमा पार आतंकवादी हमलों के अपराधियों को पाकिस्तान क्या त्वरित न्याय दिलाएगा। सरकार की तरफ से कहा गया है कि यह फैसला FATF की बैठक से पहले लिया गया है, जिसे नोट किया जाना चाहिए।
दरअसल माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने यह कदम अंतरराष्ट्रीय संस्था एफएटीएफ (FATF) की कार्रवाई से बचने के लिए मजबूरन उठाया है, क्योंकि फिलहाल पाकिस्तान को ग्रे की सूची में डाला गया है। वहीं संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी गतिविधियों से निपटने के लिए पाकिस्तान पर लगातार दवाब बनाया जा रहा था।
आपको बता दें कि मुंबई हमले के मास्टर माइंड और जमात उल दावा प्रमुख हाफिज सईद को पाकिस्तान की एक अदालत ने टेरर फंडिग के एक मामले में 5 साल, वहीं दूसरे मामले में 5 साल 5 महीने की सज़ा सुनाई है। पाकिस्तान की लाहौर कोर्ट ने सजा सुनाने के साथ ही हाफिज सईद पर दोनों मामलों में 15-15 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है।
गौरतलब है कि 26 नवंबर 2008 को भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में लश्कर के 10 आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें 166 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 300 से अधिक लोग घायल हो गए थे। मरने वालों में विदेशी नागरिक भी शामिल थे। इस घटना के बाद अमेरिका ने हाफिज को ब्लैक लिस्ट तो किया ही साथ ही उस पर इनाम भी घोषित किया था।