रूस और माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। इस बीच रूस की एक अदालत ने गुरुवार (27 मई 2021) को ट्विटर पर 19 मिलियन रूबल (लगभग 259,000 डॉलर) का जुर्माना लगाया। भारतीय मुद्रा में यह करीब 1.87 करोड़ रुपया होता है। प्रतिबंधित सामग्री नहीं हटाने को लेकर ट्विटर पर यह कार्रवाई की गई है।
ट्विटर पर आरोप है कि उसने रूस में विरोध बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। रूस के सरकारी संचार निगरानीकर्ता रोस्कोम्नादजोर (Ruskomnadzor) ने मार्च में आरोप लगाया था कि ट्विटर बच्चों को आत्महत्या करने के लिए उकसाने वाली सामग्री हटाने में विफल रहा है। इसके अलावा वह चाइल्ड पोर्नोग्राफी और मादक पदार्थ संबधी जानकारी भी नहीं हटा सका।
एजेंसी ने 10 मार्च को घोषणा की थी कि वह इस मंच पर फोटो और वीडियो अपलोड करने की गति सीमित कर रही है। हालाँकि, इस घोषणा के एक हफ्ते से भी कम समय में ट्विटर को यह धमकी दी गई कि अगर उसने रूसी सरकार की माँगें नहीं मानी तो वह इंटरनेट मीडिया मंच को एक महीने के भीतर ब्लॉक कर देगी।
वही, Ruskomnadzor ने इस महीने की शुरुआत में आंशिक रूप से ट्विटर को लेकर नरमी बरती थी, क्योंकि उसने 90 प्रतिशत से अधिक प्रतिबंधित सामग्री को हटा दिया था। एजेंसी का कहना है कि इसमें चाइल्ड पोर्नोग्राफी, मादक पदार्थ और आत्महत्या से जुड़ी सामग्री शामिल हैं। इसके मद्देनजर यह फैसला किया गया है।
आधिकारिक तौर पर, ट्विटर ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी, आत्महत्या को प्रोत्साहन और मादक पदार्थ की बिक्री से संबंधित सामग्री साझा करने के लिए अपने मंच का इस्तेमाल करने की अनुमति देने से इनकार किया है। ट्विटर का कहना है कि हम इस तरह के मामले बिल्कुल भी बर्दाश्त करने के पक्ष में नहीं हैं। लेकिन यूएस-आधारित कंपनी द्वारा ऐसी सामग्री को हटाने में देरी के कारण रूसी अधिकारियों और ट्विटर के बीच खासा विवाद गहरा गया है।
मॉस्को के टैगांस्की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट (Tagansky District Court) ने जानकारी दी है कि उसने ट्विटर पर छह अलग-अलग प्रशासनिक अपराधों के मद्देनजर कुल 19 मिलियन रूबल का जुर्माना लगाया है। बता दें कि अप्रैल 2021 में एजेंसी ने बताया कि ट्विटर ने 3,100 चाइल्ड पोर्नोग्राफी, मादक पदार्थ और आत्महत्या से जुड़ी सामग्री में से 1,900 को हटा लिया था और प्रतिबंधित सामग्री हटाने की गति बढ़ा दी थी। इसके मद्देनजर रूस सरकार ने ट्विटर को ब्लॉक नहीं करने का फैसला किया था।