Friday, November 22, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयमस्जिदों में लाउडस्पीकर और इफ्तार पर पाबंदी, बच्चों के जाने पर भी रोक: सऊदी...

मस्जिदों में लाउडस्पीकर और इफ्तार पर पाबंदी, बच्चों के जाने पर भी रोक: सऊदी अरब में रमजान को लेकर जारी हुआ फरमान

रमजान के आखिरी 10 दिनों में 'एतिकाफ' के लिए भी कड़े नियम बनाए गए हैं। इतिकाफ के लिए मस्जिद के इमाम से इजाजत लेनी होगी। मस्जिद का इमाम ही उन्हें सत्यापित करेगा। बता दें कि 'ऐतिकाफ' इस्लाम में एक प्रथा है, जिसमें रमजान के आखिरी के 10 दिनों के दौरान कुछ लोग मस्जिद में एकान्त होकर अल्लाह की इबादत करते हैं। 10 दिनों तक ये लोग मस्जिद में ही रहते हैं।

सऊदी अरब में 22 मार्च 2023 से शुरू हो रहे रमजान को लेकर कई पाबंदियाँ लगा दी गई हैं। जारी की गई नई गाइडलाइन्स के मुताबिक, मस्जिदों में लाउडस्पीकर बजाने के साथ-साथ इफ्तार पार्टी पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा, बिना आईडी के ऐतिकाफ के लिए बैठने और नमाज के प्रसारण पर भी रोक लगा दी गई है।

सऊदी अरब के इस्लामी मामलों के मंत्री शेख डॉक्टर अब्दुल लतीफ बिन अब्दुलअजीज अल-अलशेख की तरफ से 10-सूत्री निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए उन्होंने लिस्ट जारी की है। मंत्रालय की तरफ से जारी हुक्म में कहा गया है कि इमाम और मोअज्जिन रमजान के दौरान गैर-हाजिर नहीं रहेंगे। किसी आपात स्थिति में इमाम और मोअज्जिन अपनी जगह किसी और को नियुक्त करके ही जाएँ।

इमाम और मोअज्जिन को शाम की नमाज़ को छोटा रखने और रात की नमाज़ को पर्याप्त समय के साथ पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, लोगों से कहा गया है कि वे अपने बच्चों को लेकर मस्जिद न आएँ। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि बच्चे लोगों को परेशान करते हैं और इससे लोगों की इबादत में खलल पड़ता है।

आदेश के अनुसार, नमाज के दौरान मस्जिद में लाउडस्पीकर के अलावा फोटोग्राफी और प्रसारण पर भी रोक लगाई गई है। मस्जिद में इफ्तार की भी इजाजत नहीं है। इसलिए इफ्तार के लिए चंदा जुटाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। यदि कोई व्यक्तिगत रूप से रोजेदार को इफ्तार कराना चाहता है तो वह इमाम की इजाजत लेकर मस्जिद के अहाते (परिसर) में करा सकता है, लेकिन इसकी साफ-सफाई का भी इंतजाम खुद करना होगा।

रमजान के आखिरी 10 दिनों में ‘एतिकाफ’ के लिए भी कड़े नियम बनाए गए हैं। इतिकाफ के लिए मस्जिद के इमाम से इजाजत लेनी होगी। मस्जिद का इमाम ही उन्हें सत्यापित करेगा। बता दें कि ‘ऐतिकाफ’ इस्लाम में एक प्रथा है, जिसमें रमजान के आखिरी के 10 दिनों के दौरान कुछ लोग मस्जिद में एकान्त होकर अल्लाह की इबादत करते हैं। 10 दिनों तक ये लोग मस्जिद में ही रहते हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

सालों तक मर्जी से रिश्ते में रही लड़की, नहीं बनता रेप का मामला, सुप्रीम कोर्ट ने रद्द की FIR: कहा- सिर्फ ब्रेक अप हो...

सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में शादी के झूठे वादे के आधार पर किए गए रेप की FIR को खारिज कर दिया और आरोपित को राहत दे दी।

AAP ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए निकाली पहली लिस्ट, आधे से ज्यादा बाहरी नाम, 3 दिन पहले वाले को भी टिकट: 2 पर...

AAP ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 11 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। इनमें से 6 उम्मीदवार भाजपा और कॉन्ग्रेस से आए हुए हैं।
- विज्ञापन -