पोप बेनेडिक्ट 16वें (Pope Benedict XVI) निधन के बाद एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं। दरअसल मरणोपरांत उनकी एक किताब प्रकाशित हुई है। किताब में उन्होंने पोप फ्रांसिस के अंतर्गत चलने वाले कैथोलिक चर्च में अनैतिक काम को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
पोप बेनेडिक्ट ने इस किताब को लेकर पहले ही निर्देश दिए थे कि इसे उनके मरणोपरांत ही प्रकाशित किया जाए। उनका दावा है कि पोप फ्रांसिस के कार्यकाल में पादरी संबंधी गठन (Priestly Formation) में जबरदस्त पतन हुआ है। उनका दावा है कि सेमिनरी, खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका में चलाए जा रहे सेमिनरियों में खुलेआम समलैंगिक क्लब संचालित हो रहे हैं।
उन्होंने अपनी किताब में आगे दावा किया, “विभिन्न सेमिनरियों में समलैंगिक क्लबों का गठन किया गया था जो खुले तौर पर काम करते हैं और इन सब कार्यों की वजह से सेमिनरी का पूरा माहौल को बदल गया है।” दिवंगत पोप ने अपनी किताब ‘ईसाई धर्म क्या है (What Christianity Is)’ में आगे दावा किया है कि एक बिशप ने सेमिनरी में अश्लील फिल्में दिखाने की अनुमति दी थी। किताब में वह वह दक्षिणी जर्मनी के एक सेमिनरी के बारे में बताते हैं। वह कहते हैं कि इस सेमिनरी में पादरी और आम छात्र एक साथ रहते थे और पत्नियों, बच्चों और कुछ मामलों में गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर खाना खाते थे।
उल्लेखनीय है कि पोप बेनेडिक्ट का 31 दिसंबर, 2022 को 95 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया था। पोप बेनेडिक्ट जर्मनी के रहने वाले थे। उन्होंने 11 फरवरी 2013 को दुनिया को यह कहकर चौंका दिया था कि वह अब कैथोलिक चर्च का नेतृत्व नहीं कर पाएंगे। 600 वर्षों के इतिहास में ऐसा करने वाले पहले ईसाई धर्मगुरु थे। बहरहाल यह पहली बार नहीं है जब चर्च और इससे जुड़ी संस्थाओं में अनैतिक कामों को लेकर सवाल उठे हैं।
ब्रिटेन की राजधानी लंदन के एक चर्च में सेक्स पार्टी का खुलासा हुआ है। इस खुलासे के बाद पोप ने जाँच के आदेश दिए हैं। सेक्स पार्टी पादरी माइकल मैककॉय ने लॉकडाउन के दौरान आयोजित की थी। सेक्स पार्टी का आरोप जिस पादरी पर लगा है, उसने साल 2021 में आत्महत्या कर ली थी। मामले की जाँच लीवरपूल के आर्कबिशप को सौंपी गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, सेक्स पार्टी का खुलासा पूर्व पादरी रॉबर्ट बयर्ने के इस्तीफे की जाँच के दौरान हुआ है। दिसंबर 2020 में मैककॉय ने चर्च के अंदर बने अपने घर में कुछ ईसाइयों को कथित तौर पर सेक्स पार्टी के लिए तैयार किया। कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण लंदन में लॉकडाउन लगा हुआ था। ऐसे में चर्च खाली पड़ा था। मौके का फायदा उठाकर मैककॉय ने यह पार्टी आयोजित की थी।