श्री लंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने शनिवार को घोषणा की कि ईस्टर बम धमाकों में संदिग्ध माने जा रहे संगठन एनटीजे के सभी सदस्य उनकी हिरासत में आ गए हैं। 3 चर्चों और कई लक्ज़री होटलों में हुए नौ बम धमाकों में 258 लोग मारे गए थे और 500 के करीब घायल हुए थे। सरकार ने स्थानीय इस्लामी संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) पर इस्लामिक स्टेट (आइएस) के साथ हमले का आरोप लगाया था। दक्षिण श्री लंका के गाल में जनसभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा, “मुझे पुलिस से सूचना मिली है कि ज़ाहरान के ग्रुप के सभी लोग हिरासत में हैं।”
Report: Sri Lankan Prime Minister Ranil Wickremesinghe said all the members of a local Islamist extremist group blamed by the government for the Easter Sunday bombings have been arrested.https://t.co/N2Fxwv5xXk
— TIMES NOW (@TimesNow) June 23, 2019
श्री लंका में हुए इस हमले में ज़ाहरान हाशिम वह संदिग्ध है जो बम धमाके में ही मारा गया था। इस हमले में 11 भारतीयों समेत 44 विदेशी भी मारे गए थे। विक्रमसिंघे के मुताबिक चरमपंथी संगठन से खतरे को पूरी तरह काबू में कर लिया गया है। “उनके साथ जिनके भी तार जुड़े थे, उन सबसे पूछताछ की जा रही है। ज़ाहरान के मज़हबी भाषण को सुनने जो आते थे, उनसे भी पूछताछ हुई है।” विक्रमसिंघे की सरकार पर पहले से दी गई गुप्त जानकारी पर भी कदम न उठाने का आरोप लगा था। जिम्मेदारी तय करने के लिए जाँच की जा रही है।
वहीं राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना ने देश में लागू आपातकाल की सीमा बढ़ा दी है। यह शनिवार को समाप्त होने वाला था। धमाकों के बाद लागू इस कानून के अंतर्गत पुलिस और सुरक्षा बलों को हिरासत समेत इसके अंतर्गत व्यापक अधिकार मिले थे।