Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीय'पूरा परिवार इस्लाम अपना लो तो किडनैप बेटे को छोड़ दूँगा, वरना...' - जमातियों...

‘पूरा परिवार इस्लाम अपना लो तो किडनैप बेटे को छोड़ दूँगा, वरना…’ – जमातियों की पाक में हिंदू माँ को धमकी

पाकिस्तान में हिन्दू लड़के के अपहरण के बाद इलाक़े के भीलों के घरों में भी तोड़फोड़ मचाई गई। उन्हें अपने ही घरों से निकाल बाहर किया गया और उनकी अधिकतर संपत्ति अवैध रूप से जब्त कर ली गई।

एक वायरल वीडियो के अनुसार, तबलीगी जमात के एक व्यक्ति ने एक हिन्दू लड़के का अपहरण किया है। ये घटना पाकिस्तान की है। साथ ही इलाक़े के भीलों के घरों में भी तोड़फोड़ मचाई गई। उन्हें अपने ही घरों से निकाल बाहर किया गया और उनकी अधिकतर संपत्ति अवैध रूप से जब्त कर ली गई। लड़के की माँ का रो-रो कर बुरा हाल है और वो अपने बेटे की वापसी के लिए गुहार लगा रही है। माँ का कहना है कि वो इस्लाम अपनाने से अच्छा मरना पसंद करेंगी।

बता दें कि पाकिस्तान के सिंध में तबलीगी जमात के अपहरणकर्ता उक्त लड़के को छोड़ने के लिए रुपए-पैसे की माँग नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर अपहृत लड़के का परिवार इस्लाम अपना लेता है तो उसे छोड़ दिया जाएगा। लेकिन, परिवार इसके लिए तैयार नहीं है। ये पाकिस्तान में जबरन धर्मान्तरण की एक बानगी भर है। क्षेत्र की महिलाओं ने मजहबी धर्मान्तरण के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया।

वायरल वीडियो में पाकिस्तान की हिन्दू महिला को जमीन पर गिर कर रोते हुए देखा जा सकता है, जहाँ वो अपने बेटे की रिहाई के लिए गुहार लगा रही हैं। महिला के आसपास हिन्दू समाज के अन्य लोग खड़े हैं, जो हाथों में पोस्टर लेकर वहाँ के मजहब विशेष वालों द्वारा किए जा रहे अत्याचार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। एक अन्य वायरल वीडियो में वही महिला कहती दिख रही है कि वो मृत्यु को अंगीकार करेंगी लेकिन कभी इस्लाम नहीं अपनाएगी।

वैसे ये पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान में इस तरह का मामला आया हो। सिंध के नवाबशाह में एक हिन्दू जोड़े को जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया था। ये शुक्रवार (मई 15, 2020) की ही घटना है। स्थानीय इमाम हाकिम कादरी ने इस जबरन मजहबी धर्मान्तरण को अंजाम दिया था। जमात अल्हे सुन्नत के कई अन्य सदस्य भी उस समय वहाँ पर मौजूद थे। जबरन धर्मान्तरण के बाद पति-पत्नी को रुपए भी दिए गए थे।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग ने 335 पन्नों की 2018 में मानवाधिकार की स्थिति रिपोर्ट में कहा था कि 2018 में सिर्फ सिंध प्रांत में ही हिन्दू एवं ईसाई लड़कियों से संबंधित अनुमानित 1000 मामले सामने आए। जिन शहरों में बार-बार ऐसे मामले हुए हैं, उनमें उमरकोट, थरपारकर, मीरपुरखास, बदीन, कराची, टंडो अल्लाहयार, कश्मोर और घोटकी शामिल हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -