Friday, November 15, 2024
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सीमा से लापता हुए अरुणाचल के 2 युवक, परिजनों ने चीन पर लगाया अपहरण का आरोप: वापसी के लिए सरकार से लगाई गुहार, पहले भी कर चुका है ऐसी हरकत

मामला अंजाब जिले में चागलगाम इलाके में आने वाले गाँव दुइलियांग का है। लापता युवकों के नाम बेटिलम टिकरो और बेइंग्सो हैं।

अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा के पास एक गाँव से 2 युवक लापता हो गए हैं। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। लापता युवकों के परिजनों को आशंका है कि गलती से सीमा पार करने के चलते उन्हें चीन की फ़ौज ने हिरासत में ले लिया होगा। दोनों की तलाश करता स्थानीय प्रशासन औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद राज्य सरकार को पत्र लिखने की तैयारी में है। दोनों युवक 19 अगस्त, 2022 से लापता हैं जिसकी शिकायत 9 अक्टूबर 2022 को स्थानीय पुलिस थाने में की गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला अंजाब जिले में चागलगाम इलाके में आने वाले गाँव दुइलियांग का है। लापता युवकों के नाम बेटिलम टिकरो और बेइंग्सो हैं। बेटिलम के छोटे भाई दिशांसो चिक्रो के मुताबिक दोनों दोस्त एक साथ 19 अगस्त को बॉर्डर पर मौजूद जंगलों में जड़ी-बूटी खरीदने की तलाश में गए थे। जिसके बाद दोनों अब तक नहीं लौटे। परिजनों ने काफी तलाश किया पर वो नहीं मिले। आखिरकार उन्होंने दोनों की गुमशुदगी की शिकायत स्थानीय खुपा थाने में दर्ज करवाई।

लापता युवक बेटिलम के परिजनों ने शक जताया है कि बॉर्डर पर दोनों को चीनी सेना ने हिरासत में ले लिया होगा। पीड़ित परिवार के मुताबिक वो काफी परेशान हैं और इसके बारे में उन्होंने हयूलियांग विधानसभा क्षेत्र के विधायक दासंगलू पुल को भी अवगत करवाया है। लापता युवकों के परिजनों ने खुद को काफी परेशान बता कर सरकार से दोनों की सकुशल वापसी की गुहार लगाई है।

इस मामले पर अंजाब के SP राइक कामसी ने बताया कि पुलिस जरूरी सरकारी औपचारिकताएँ पूरी कर रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इसकी एक रिपोर्ट निर्देश के लिए राज्य सरकार को सौंपी जाएगी। पुलिस के मुताबिक बॉर्डर पर रहने वाले स्थानीय लोगों का जड़ी बूटी के लिए जंगलों में जाना एक सामान्य बात है।

गौरतलब है कि इसी साल जनवरी माह में इसी तरह के एक अन्य मामले में अरुणचल प्रदेश से मिराम नाम का युवक लापता हुआ था। जाँच के बाद मिराम के चीनी फ़ौज की कस्टडी में होने की जानकारी सामने आई थी। बाद बाद में भारतीय सेना ने चीन की फ़ौज के अधिकारियों से बात की। दबाव बनने पर चीन ने मिराम को सकुशल वापस लौटा दिया था। रिहा होने के बाद मिराम ने चीनी फ़ौज के अमानवीय टॉर्चर की जानकारी दी थी।

तब मिराम के पिता ने बताया था कि लगभग एक हफ्ते तक की की PLA (पीपल्स लिबरेशन आर्मी) ने उसके बेटे की आँखों पर पट्टी बाँध कर रखी। बाद में मिराम कोई पीठ पर लात मार कर बिजली के झटके दिए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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