प्यार में धोख़ा वाली कहावत और हक़ीकत आपने दोनों ही जरूर देखे होंगे, लेकिन युगांडा से एक ऐसी ख़बर सामने आई जहाँ एक इमाम को प्यार में नहीं बल्कि शादी में धोख़ा मिल गया। इस बात की जानकारी जब इमाम को हुई तो उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई।
आए दिन कहीं न कहीं से प्यार में दिल टूटते तो कभी प्यार में रिश्तों को बदलते हुए आपने जरूर देखा या इस तरह की ख़बरों को सुना होगा, लेकिन युगांडा से आई एक ख़बर ने पीड़ित इमाम को ही नहीं बल्कि हर एक उस शख्स को चौंका दिया, जिसने भी इस खबर को सुना या फ़िर घटनाक्रम को अपनी ही आँखों से देखा। दरअसल अफ्रीकी देश युगांडा के इमाम शेख़ मोहम्मद मुतुम्बा ने क़रीब दो हफ्ते पहले ही स्वबुल्लाह नबुकेरा नामक (शादी के बाद बदला हुआ नाम) महिला से शादी की। इसके बाद दोनों के बीच शारीरिक सम्बन्ध नहीं बन सके। ऐसा इसलिए कि नकली महिला ने इमाम को बताया था कि वह इन दिनों पीरिएड्स से पीड़ित है।
इसी बीच पड़ोस की एक महिला ने इमाम पर आरोप लगाया कि उसकी पत्नी ने दीवार कूदकर उसके घर से टीवी और कुछ सामान चोरी किया है। पड़ोसी ने संदेह जताते हुए यह भी आरोप लगाया कि उसकी पत्नी कोई महिला नहीं बल्कि एक पुरुष है। इसके बाद पड़ोसी ने चोरी की शिकायत पुलिस को दी। शिकायत पर पुलिस ने ईमाम के साथ उसकी पत्नी को थाने बुलाया । जहाँ से उसे जेल भेजने से पहले एक महिला पुलिसकर्मी द्वारा जाँच कराई गई, क्यों कि उसने सैंडल और हिजाब पहना हुआ था, लेकिन जाँच के दौरान महिला पुलिसकर्मी दंग रह गई। उसने तत्काल इमाम को बताया और कहा कि उसकी पत्नी कोई महिला नहीं बल्कि एक मर्द है।
यह बात जानकर इमाम के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। इसके बाद उसे मस्जिद के इमाम पद से सिर्फ इसलिए निलंबित कर दिया गया कि उसकी पत्नी एक पुरुष निकली। इस खुलासे के बाद इमाम ने किसी से भी बात करना ठीक नहीं समझा और कहा कि इस समय मुझे परामर्श की आवश्यकता है।
A Ugandan imam has been suspended after discovering his new wife was actually a man.
— Imam of Peace (@Imamofpeace) January 15, 2020
Sheikh Mohammed Mutumba, 27, found out the truth when his bride was caught stealing a TV from a neighbour and was searched by police. https://t.co/AwKRn2fvJ4
पुलिस पूछताछ में आरोपी युवक ने अपना नाम रिचर्ड तुमुशाबे हा बताया और कहा कि उसने इमाम से शादी पैसे चुराने के लिए की थी और उसके पुरुष होने की हक़ीकत इमाम को न पता चले इसके लिए उसने शारीरिक सम्बन्ध न बनाने के लिए एक नहीं बल्कि कई बहाने बनाए। इतना ही नहीं उसने सोते समय चार दिन तक सोते समय कपड़े तक नहीं उतारे। आरोपी ने यह भी बताया कि वह कोई मुस्लिम नहीं बल्कि इस ईसाई है।
दरअसल पिछले काफ़ी समय से इमाम को नई दुल्हन की तलाश थी। इस बीच इमाम की एक मस्जिद में आरोपित से मुलाक़ात होती है, जिसने सैंडल और हिजाब पहना हुआ था, जिसे देखकर इमाम ने शादी के लिए प्रपोज कर दिया और आरोपी ने भी इमाम को शादी के लिए तुरन्त ही हाँ कर दी। हालाँकि, आरोपी ने एक शर्त भी रखी थी कि जब तक वह शादी नहीं करेंगे तब तक हमारे बीच कोई शारीरिक सम्बन्ध नहीं बन सकते, जिसे इमाम ने स्वीकार कर लिया था।