पेरिस में सैमुअल पैटी की निर्मम हत्या के बाद अब ब्रिटेन के एक स्कूल टीचर को मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा उसी तरह से मारे जाने का डर सता रहा है। इस टीचर ने धार्मिक शिक्षा के क्लास के दौरान ‘शार्ली एब्दो’ में प्रकाशित कार्टून दिखाया था।
ब्रिटेन के बैटले ग्रामर स्कूल में कथित तौर पर एक युवा टीचर द्वारा पैगंबर मोहम्मद के विवादित कैरिकैचर को दिखाने के बाद मुस्लिम समूहों में नाराजगी है। इसे लेकर गुरुवार को स्कूल के बाहर प्रदर्शन भी हुए। इसके बाद टीचर की पहचान सार्वजनिक किए बिना उन्हें स्कूल से निलंबित कर दिया गया। स्कूल के हेड गैरी किबल ने भी इसके लिए सार्वजनिक तौर पर माफी माँगी। किबल ने सबको आश्वासन दिया कि वह इस मामले में आगे पड़ताल करेंगे।
अब इस मामले में टीचर के पिता बहुत चिंतित हैं। उन्हें डर है कि उनका बेटा अब दोबारा कभी अपने काम पर नहीं लौट पाएगा और यदि कभी लौट भी पाया तो उसकी हत्या कर दी जाएगी। वह कहते हैं, “मेरा बेटा टूटकर रोता और कहता है कि उसके लिए सब खत्म हो गया।”
दरअसल, टीचर को डर है कि कट्टरपंथी उनके परिवार को मार देंगे। उन्हें लग रहा है उन्हें और उनके परिवार को नहीं छोड़ा जाएगा। उन्हें पता है कि अब वह चाहकर भी बैटले में न काम कर पाएँगे और न आम जीवन गुजार पाएँगे। अगर वह रुके तो ये उनके लिए बहुत खतरनाक होगा।
वह मेरे बेटे को मार देंगे: टीचर के पिता
टीचर के पिता कहते हैं, “फ्रांस में देखो टीचर के साथ क्या हुआ जिन्हें इसी के लिए मारा गया। वह मेरे बेटे को पकड़कर मार देंगे और उसको भी ये पता है। उसकी पूरी दुनिया खत्म हो गई है। वह बर्बाद हो गया है।”
वह कहते हैं, “जब भी वह (टीचर) बात करना शुरू करता है तो वह टूट जाता है और रोता है। वह भावनात्मक तौर पर बिखर गया है। उसे लगता है सब छूट रहा है और ईमानदारी से उसे इस समय समझाना बहुत मुश्किल है, क्योंकि जो वो कह रहा है वो सच है।”
पिता इस सारी स्थिति के लिए स्कूल को जिम्मेदार मानते हैं। वह कहते हैं कि स्कूल ने उस तस्वीर को दिखाने के लिए मँजूरी दी थी। पिता के अनुसार, “मेरे बेटे को जान-बूझकर मौत के मुँह में फेंका गया। जो पाठ वह पढ़ा रहा था जिसमें पैगंबर मोहम्मद की तस्वीर थी, उसे स्कूल ने ही अप्रूव किया था। बाकी टीचर्स भी यही करते। आखिर मेरे बेटे को क्यों पीड़ित बनाया जा रहा है। स्कूल को उसके लिए लड़ना चाहिए और प्रदर्शनकारियों को स्पष्ट करना चाहिए कि अगर गलती हुई भी है तो उसमें मेरा बेटा दोषी नहीं। ये स्कूल की नीति में था कि उस तस्वीर को दिखाया जाए। ये उसका व्यक्तिगत निर्णय नहीं था।”
टीचर के पिता के अनुसार, उनके घर के बाहर बेटे की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरा लगे हुए है उसमें कई लोग उसे ढूँढते साफ देखे जा सकते हैं। पुलिस अधिकारी उनके यहाँ आते हैं और उन्हें सुरक्षित रहने की सलाह देते हैं। उनका कहना है कि जब उनका बेटा और स्कूल दोनों माफी माँग चुके हैं तो मामला यहीं खत्म हो जाना चाहिए।
गौरतलब है कि पेरिस में 47 वर्षीय इतिहास के एक टीचर सैमुअल पैटी का स्कूल के बाहर गला रेत दिया गया था। उनकी गलती बस इतनी थी कि क्लास में ‘शार्ली एब्दो’ अख़बार में प्रकाशित पैगम्बर मोहम्मद का कार्टून दिखाया था। इसी बात पर हत्यारे ने अल्लाह हू अकबर चिल्लाते हुए घटना को अंजाम दिया था।