श्रीलंका के बाद अब इराक में अराजकता का माहौल है। इराक (Iraq) के एक प्रभावशाली मौलवी मुक्तदा अल-सदर (Al-Sadar) के इस्तीफे के बाद उनके समर्थक भड़क उठे। राजधानी बगदाद (Baghdad) में सोमवार (29 अगस्त, 2022) को जमकर विरोध-प्रदर्शन किया गया। देखते ही देखते भारी हिंसा भड़क उठी। भारी संख्या में मुक्तदा समर्थकों ने इराक के राष्ट्रपति भवन के बाहर डेरा डाल लिया। इस दौरान, अल-सदर और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है।
‘स्पुतनिक’ न्यूज एजेंसी के मुताबिक, झड़पों में 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। रात भर बगदाद के ग्रीन जोन में एरिया में रॉकेट दागे जाते रहे। उग्र भीड़ ने श्रीलंका के घटनाक्रम की तरह इराक के राष्ट्रपति भवन और सरकारी भवनों पर कब्जा कर लिया है। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने आँसू गैस के गोले भी छोड़े। लेकिन, वे उन्हें खदेड़ने में नाकाम रहे। भीड़ में शामिल अराजक तत्व राष्ट्रपति भवन में बने स्विमिंग पूल में मस्ती करते हुए नजर आए। ये लोग मुक्तदा अल-सदर के समर्थक बताए जा रहे हैं।
In #Srilanka #SriLankaProtests rerun, Iraq protestors storm presidential palace, take dip in pool @georgesoros @USEmbSL https://t.co/AZFEAgUFyB ලංකාවේ අපි සතුටු විය යුතුයි, අපිට පුළුවන් වීම ගැන ජාත්යන්තර දේශපාලනය අපේ ක්රමයට වෙනස් කිරීමට හැකි වීම මත @GotabayaR pic.twitter.com/XWLBElXLQ2
— Truth First – Lanka (@ApiWenuwen) August 30, 2022
सोशल मीडिया पर इनकी तस्वीरें और वीडियो भी खूब वायरल हो रहे हैं, जिसमें प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन पर धावा बोलते हुए देखा जा सकता है। शिया मौलवी के समर्थक बगदाद के ग्रीन जोन में स्थित संसद के बाहर एक सप्ताह से धरना दे रहे थे। जैसे ही उन्हें मुक्तदा अल-सदर के इस्तीफे के बारे में फैसले का पता चला, वे भड़क गए। इसके बाद सेना व पुलिस ने मोर्चा संभाला और प्रदर्शनकारियों से ग्रीन जोन छोड़ने की अपील की।
مثلما حصل في سريلانكا
— شاهو القرةداغي (@shahokurdy) August 29, 2022
انصار التيار الصدري يسبحون في مسبح القصر الجمهوري pic.twitter.com/5zHPq636nF
तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पूरे इराक में कर्फ्यू लगाना पड़ा है और पूरे शहर के चप्पे-चप्पे पर सेना तैनात कर दी गई है। बताया जा रहा है कि इराक की सरकार में गतिरोध तब से आया है, जब मुक्तदा अल-सदर की पार्टी ने अक्टूबर के संसदीय चुनावों में सबसे अधिक सीटें जीती थीं, लेकिन वह बहुमत तक नहीं पहुँच पाए थे। उन्होंने आम सहमति वाली सरकार बनाने के लिए ईरान समर्थित शिया प्रतिद्वंद्वियों के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया था।
गौरतलब है कि इराक से पहले भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka) में अराजकता का माहौल देखा गया था। राजधानी कोलंबो (Colombo) में 9 जुलाई, 2022 को प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन में घुस गए थे। इसके बाद राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) वहाँ से भाग गए। वहीं, सुरक्षाबलों की कार्रवाई में कई प्रदर्शनकारियों घायल हो गए थे।