गुजरात के कच्छ के भचाऊ में कुछ दिन पहले एक मुस्लिम लड़के ने खेत में बकरी चराने के विवाद पर दो बुजुर्ग किसानों को बुरी तरह पीटा था। मामले में केस दर्ज हुआ था, पर नाबालिग कुछ ही समय बाद जमानत लेकर छूट गया।
इस बीच उसके अब्बा द्वारा सरकारी जमीन पर किए गए अवैध अतिक्रमण की शिकायत पुलिस को मिली। जाँच होने पर कब्जे की बात सच निकली। प्रशासन एक्टिव हुआ। उन्होंने हाजी अमाद को नोटिस भेजा, उससे जगह खाली करने को कहा और जैसे ही जगह खाली हुई प्रशासन के अधिकारियों ने वहाँ पहुँच उस पर बुलडोजर चलवा दिया।
जानकारी के मुताबिक, बुजुर्गों को पीटे जाने की घटना का पता चलने पर बाद हिंदू संगठनों ने खूब विरोध किया था। आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की माँग भी हुई थी। इसी बीच किसी ने शिकायत दी थी कि आरोपित के अब्बा हाजी अमाद ट्रेया के खिलाफ कई आरोप (हत्या, उत्पीड़न, हत्या की धमकी और हथियार संबंधी अपराध) भी दर्ज हैं। इसके अलावा यह भी पता चला था कि इन लोगों ने शिकारपुर गाँव में सरकारी जमीन पर कब्जा किया हुआ है।
-ભચાઉમાં બુલડોઝર એક્શન, સરકારી જમીન પર થયેલ અતિક્રમણ દૂર કરાયું
— ઑપઇન્ડિયા (@OpIndia_G) March 2, 2024
-15 દિવસ પહેલાં એક સગીરે ખેતરમાં કામ કરતા 2 વૃદ્ધો પર નજીવી બાબતમાં કર્યો હતો જીવલેણ હુમલો, હવે તેના પિતા હાજી ત્રાયાએ કરેલાં દબાણો હટાવાયાં
-સ્થાનિકોની ફરિયાદ મળ્યા બાદ વહીવટી તંત્રની કાર્યવાહી #Kutch #Gujarat… pic.twitter.com/lrDWCTn8w6
इन्हीं शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए भचाऊ तालुका प्रशासन ने सरकारी भूमि पर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। टीडीओ ने मामले की जाँच की और जगह खाली करने को कहा। नोटिस आने के बाद आरोपित ने भी जगह खाली कर दी। अंतत: शुक्रवार (मार्च 1, 2024) को प्रशासनिक तंत्र के आला अधिकारी, पुलिस अधिकारी सब वहाँ पहुँचे और अतिक्रमण को हटाया गया।
बुजुर्गों पर नाबालिग ने क्यों किया था हमला?
15 फरवरी, 2024 को भचाऊ के शिकारपुर गाँव के रहने वाले 55 वर्षीय भवनभाई पटेल खेत में काम कर रहे थे, तभी नाबालिग लड़का उनके पास आया और डंडे से जान से मारने की धमकी देते हुए कहा, “जब हम बकरियाँ चराते हैं तो तुम क्यों चरा रहे हो बकरियाँ?”
हमले में बुजुर्ग व्यक्ति के हाथ और पैर गंभीर रूप से घायल हो गए और उसे लहूलुहान अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में पता चला था कि उसके दोनों हाथ और एक पैर की हड्डी टूट गई है।
उसी दिन, नाबालिग ने शिकारपुर के पास नारानसारी गाँव में भी एक 65 वर्षीय व्यक्ति पर भी हमला किया था। आरोपित बकरियों को चराने के लिए उसके खेत में घुस गया था, इसलिए जब किसान ने फसल खराब होने के डर से मना किया तो वह भड़क गया गया और उसके सिर पर वार करने की कोशिश की, लेकिन किसान ने अपनी बांहें आगे करके बचाव किया जिसकी वजह से उनके हाथ में चोट लग गई। फिर उसके खिलाफ एक और अपराध दर्ज किया गया। इसके बाद उसपर कार्रवाई हुई लेकिन जमानत मिलने के बाद वो छूट गया और उसके अब्बू द्वारा सरकारी जमीन पर करवाए गए अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला।