Monday, December 23, 2024
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‘बदतमीजी नहीं चलेगी… औरतों की इज्जत करनी नहीं आती आपको’: रुबिका लियाकत ने लताड़ा तो माइक निकाल डिबेट से भागे किसान नेता

“आपका यहाँ पर खाप पंचायत नहीं चल रहा है जो किसी भी तरह की बात कहने लगेंगे। यह रुबिका लियाकत का हुँकार चल रहा है और यहाँ पर मैं हुँकार भरती हूँ।”

कृषि आंदोलन को लेकर एबीपी न्यूज़ चैनल के शो ‘हुँकार’ में किसान नेता धर्मेंद्र मलिक ने डिबेट के दौरान महिलाओं को लेकर टिप्पणी की तो एंकर रुबिका लियाकत ने उन्हें जमकर लताड़ लगाई। इसके बाद किसान नेता डिबेट छोड़ कर चले गए। उनके जाने को लेकर रुबिका ने कहा, “अगर वह डिबेट छोड़कर ना जाते तो मैं खुद उनको इस शो से बाहर कर देती।”

दरअसल शो की एंकरिंग कर रही रुबिका ने धर्मेंद्र मलिक से सवाल किया कि तीनों कानून वापस ले लिए गए हैं फिर भी आप लोग किसान आंदोलन जारी रखे हुए हैं? इस पर किसान नेता ने कहा, “इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मीडिया का धन्यवाद है। लेकिन अभी बहुत सारे ऐसे मुद्दे हैं जिन पर हमें सरकार से बातचीत करनी है। कृषि कानून न लाया गया होता तो इतनी किसानों की मृत्यु ना होती। सरकार का केवल एकतरफा फैसला है। एमएसपी पर भी बात नहीं बनी है।”

यह पूछे जाने पर कि क्या आप चाहते हैं कि सरकार आपसे बातचीत करे, किसान नेता ने कहा कि जिस तरह से 11 बार कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने हमसे बात की है उसी तरह से एक बार और बात कर लें। उनका कौन सा खर्चा होता है। अगर विज्ञान भवन का रेंट ज्यादा है तो कहीं और कर लें। किसान नेता की इस बात पर डिबेट में मौजूद राजनीतिक विश्लेषक शिवम त्यागी ने कहा कि जब कृषि मंत्री आपसे बात करते थे तो आपकी तरफ से कहा जाता था कि उनके हाथ में कुछ भी नहीं है। अब उनसे बातचीत करने की बात क्यों कर रहे हैं?

इस दौरान शिवम त्यागी और किसान नेता के बीच तीखी बहस होने लगी। इसी दौरान किसान नेता ने महिलाओं को लेकर टिप्पणी की। धर्मेंद्र मलिक ने शिवम त्यागी से कहा, :अरे प्रधानमंत्री से बात कर लेंगे। बात करने दो न, बीच में बोलते क्यों हो? अरे चुप रह यार। तुम विधवा विलाप क्यों कर रहे हो? अरे आप अपनी विधवा विलाप बंद करिए। मुझे अपनी बात कहने दीजिए।”

जिसके बाद रुबिका ने उनकी बात पर आपत्ति जताते हुए कहा कि आप इस तरह की भाषा का इस्तेमाल यहाँ नहीं कर सकते हैं। रुबिका ने कहा, “विधवा विलाप का क्या मतलब है, ये आप मुझे बताइए। मुझे इस शब्द से आपत्ति है।” इस पर किसान नेता ने कहा कि मुझे भी आपकी बहुत सारी बातों से आपत्ति है।

एंकर ने कहा, “आपका यहाँ पर खाप पंचायत नहीं चल रहा है जो किसी भी तरह की बात कहने लगेंगे। यह रुबिका लियाकत का हुँकार चल रहा है और यहाँ पर मैं हुँकार भरती हूँ।” इसके बाद किसान नेता ने एंकर को बुरा-भला कहते हुए माइक निकाल कर फेंक दिया और चले गए।

रुबिका ने कहा, “बदतमीजी बिल्कुल भी नहीं चलेगी। आप अपनी हैसियत में रहिए। महिलाओं के बारे में शब्द बोल कर आपको लगता है कि आप इस आंदोलन के हीरो बन जाएँगे। विधवा विलाप से किसी को भी औरत को आपत्ति होगी और मैं उस पर 10 हजार बार आपत्ति जताऊँगी। औरतों की इज्जत करनी आती नहीं है आपको। आप कहते हैं प्रधानमंत्री से बात करनी है, गृह मंत्री से बात करनी है, आंदोलन चला रहे हैं। कितनी महिलाएँ आपका साथ दे रही हैं और आप यहाँ पर बैठ कर कह रहे हैं कि विधवा विलाप हो रहा है। किसी चीज की इज्जत नहीं है आप लोगों के। अच्छा हुआ कि आप खुद उठकर चले गए, वरना मैं आपको भगाती।” वीडियो में इस डिबेट को 8:05 से 12:12 के बीच सुना जा सकता है।

रुबिका लियाकत ने शो के एक हिस्से को ट्वीट करते हुए लिखा, “आप आंदोलन के पक्ष में हो या न हो इससे फ़र्क़ नहीं पड़ता लेकिन अगर औरतों के लिए घटिया सोच रखने वालों के आप चीअरलीडर हैं तो चुल्लू भर पानी में डूब मरिए। आप सभी की माँ-बहनों को मेरा सलाम।”

शो से बाहर निकलने के बाद धर्मेंद्र मलिक ने ट्विटर पर लिखा, “अगर रुबिका जी आपने निष्पक्ष रूप से अपने चौथे स्तंभ का धर्म निभाया होता तो आज आपको Gender की दुहाई न देनी पड़ती। जब आपका जमीर जागेगा आपको चुल्लू भर पानी की जरूरत महसूस होगी। जिस खाप पंचायत पर बहनजी आपने तंज़ कसा उनका इतिहास महिला सुरक्षा व सम्मान से भरा पड़ा है।” बता दें कि सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों के वापसी के बाद भी किसानों का आंदोलन अभी तक खत्म नहीं हुआ है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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