राहुल गाँधी का जब हर झूठ बेनकाब होने लगा तो उन्होंने मोदी के ‘चौकीदार’ शब्द को पकड़ लिया। और, कह डाला कि “चौकीदार चोर है”, फिर से कॉन्ग्रेसियों और उनके पक्षकारों ने उनको यह फील करवा दिया कि मोदी जो अपनी सभाओं में ‘भारत माता की जय’ और ‘वन्दे मातरम्’ के नारे लगवाता है, यह उसी की काट है। बस इसी नारे की खुमारी में चुनाव की नैया पार हो जाएगी।
फिर क्या था राहुल गाँधी अपनी हर सभा में ‘चौकीदार चोर है’ का नारा लगवाने लगे। इससे एकबारगी बीजेपी समर्थक भी कुछ परेशान हुए कि यह कैसा ढीठ इंसान हैं, जो एक झूठ को नारे की तरह प्रयोग कर रहा है।
तब हर बार की तरह कमान फिर से मोदी जी ने संभाली और उन्होंने “मैं भी चौकीदार’ अभियान शुरू कर दिया। उनके देखा-देखी, मोदी समर्थकों, सरकार के मंत्रियों ने भी इसमें सक्रियता से भाग लेना शुरू कर दिया। और कमाल तो तब हो गया जब पीएम, भाजपा अध्यक्ष, गृह मंत्री, सरकार के अन्य वरिष्ठ मंत्री, भाजपा के शीर्ष पदाधिकारियों, और सोशल मीडिया पर पार्टी के समर्थकों ने अपने नाम के आगे ‘चौकीदार’ जोड़ लिया।
यहाँ तक की राहुल ने इस नारे में सुप्रीम कोर्ट को भी शामिल करना चाहा। इसके लिए भी उन्हें बैकफुट पर आना पड़ा और कोर्ट से माँफी माँगनी पड़ी। कॉन्ग्रेस का यह वार भी नाकाम हुआ। खिसियाई कॉन्ग्रेस और उसके समर्थक भौचक्के रह गए। उनके पक्षकार जगह-जगह चौकीदारों के बाईट ले, इसकी काट ढूँढने लगे लेकिन कुछ काम नहीं आया। ‘मैं भी चौकीदार’ के शोर ने कॉन्ग्रेस और उनके पक्षकारों की एलिटिस्ट मानसिकता को बेनकाब कर दिया।
अब तो कॉन्ग्रेस को जवाब देने के लिए ऐसे कई यूजर जनरेटेड वीडियो आ चुके हैं। जिसमें देश के युवाओं ने खुद कमान संभल ली है, जो कॉन्ग्रेस को उसी की भाषा में करारा जवाब दे रहे हैं। कॉन्ग्रेस की स्थिति अब खिसियाई बिल्ली खम्भा नोचे वाली हो गई है। आप भी देखिए देश कैसे जवाब दे रहा है।