NDTV के पूर्व पत्रकार दिनेश मानसेरा को उत्तराखंड मुख्यमंत्री तीरथ सिंह के मीडिया एडवाइजर के पद से बुधवार (मई 19, 2021) को हटा दिया गया। मानसेरा की नियुक्ति के बाद से सोशल मीडिया पर उनके पुराने ट्वीट शेयर किए जा रहे थे। कुछ लोगों का उन ट्विट्स को देखकर ये भी कहना था कि भाजपा को ऐसे नेताओं के होते दुश्मनों की जरूरत नहीं है।
बता दें कि दिनेश मानसेरा को दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का मीडिया सलाहकार बनाया गया था। लेकिन बुधवार को अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी की गई अधिसूचना में बताया गया कि 17 मई वाले आदेश को सरकार ने निरस्त कर दिया है।
एक यूजर ने मानसेरा की पुरानी फोटो शेयर करते हुए तीरथ सिंह से कहा था, “बढ़िया आदमी ढूँढ कर लाए हो मीडिया एडवाइजर के लिए। कल तो भाई साब एकाउंट डिलीट कर दिए थे आज लेकिन ये फोटो निकल आई (मीडिया गिरोह के कई नामी चेहरों के साथ तस्वीर) बढ़िया है, अगले साल वैसे आपके पास जॉब रहे या न रहे इसके पास जरूर रहेगा, कॉन्ग्रेस पार्टी का।”
Congratulations @TIRATHSRAWAT
— Shriniwas (@ShrrinG) May 18, 2021
बढ़िया आदमी ढूंढ कर लाये हो मीडिया एडवाइजर के लिए
कल तो भाई साब एकाउंट डिलीट कर दिए थे आज लेकिन ये फोटो निकल आयी
बढ़िया है, अगले साल वैसे आपके पास जॉब रहे या न रहे इसके पास जरूर रहेगा, कांग्रेस पार्टी का pic.twitter.com/lbWnhb1zkf
I would delete the tweet on Dinesh Manesar if he is from Sangh but a Real Sanghi won’t call Modi Feku, sly on Ram Mandir & poke fun on any caste group particularly Rawat
— squineon (@squineon) May 17, 2021
कुछ लोग दिनेश को संघी बताकर उत्तराखंड सीएम के इस फैसले का बचाव कर रहे थे। हालाँकि, एक दक्षिणपंथी अकॉउंट (@squineon) से कहा गया, “मैं दिनेश मानेसर पर अपने ट्वीट डिलीट कर दूँगा अगर वह संघ का निकला लेकिन संघी कभी मोदी को फेकू, धूर्त नहीं बोलेगा और न ही रावत जाति का उपहास उड़ाएगा।”
Nice pic.twitter.com/1NfQx9eC64
— squineon (@squineon) May 17, 2021
दिनेश के पुराने ट्वीट में उन्हें खुलकर भाजपा का विरोध करते देखा जा सकता है। इसके अलावा कुंभ को लेकर नकारात्मक संदेश आगे प्रसारित करने वालों में दिनेश मानसेरा का नाम शामिल था। ट्वीट देखकर लगता है कि उनका लगाव दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया से भी ज्यादा है।
सबसे बड़ी बात है कि जिन तीरथ सिंह के सीएम बनने के बाद से दिनेश के मीडिया एडवाइजर बनने की अटकलें लग रही थीं। उन्हीं मानेसर ने कुछ दिन पहले सीएम पद को लेकर सवाल उठाया था। अपने ट्वीट में उन्होंने पूछा था कि क्या मोदी अमित शाह की भाजपा बदल रही है।
मालूम हो कि 17 मई को जारी आदेश में दिनेश मानसेरा को मीडिया सलाहकार नियुक्त किया गया था। समाचार डॉट कॉम के अनुसार, उन्होंने 25 वर्ष पत्रकारिता को दिए। इस दौरान वह कई टीवी चैनल्स में कार्यरत रहे। उन्होंने अपनी सेवा पांचजन्य अखबार को भी दी और कुछ समय पहले तक वो एनडीटीवी में कुमाऊँ मंडल के प्रभारी थे।
दिनेश मानसेरा ने कहा- गरिमा बनी रहे इसलिए पद अस्वीकार्य
उल्लेखनीय है कि मीडिया एडवाइजर पद से निरस्त किए जाने के बाद दिनेश मानसेरा ने सोशल मीडिया पर बताया है कि उन्होंने इस पोस्ट को अस्वीकार दिया। उन्होंने पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का मीडिया सलाहकार उन्हें उनके पत्रकारिता अनुभव और व्यवहार को देखते हुए बनाया गया। लेकिन सोशल मीडिया पर अनजान लोगों तक ने इस बीच उनके और उनके परिवार वालों के बारे में बातें उछालीं।
उन्होंने कहा कि उनकी नियुक्ति के बाद उठ रहे सवालों से सीएम को भी कष्ट पहुँच रहा है क्योंकि उन्हें रखने का निर्णय सीएम का ही था। मानसेरा कहते हैं कि सीएम सरल और सज्जन व्यक्ति हैं इसलिए उन्हें पदभार करने से पहले सभी विषयों पर सोचना समझना पड़ा और यही फैसला लिया कि जब ऐसे लोग घिरे रहेंगे तो काम करने का औचित्य नहीं। वह लिखते हैं, “मुझे पद की लालसा कभी नहीं रही ये मेरे करीबी जानते हैं। मान सम्मान सबका जरूरी है। जोकि कायम रहना चाहिए…सबकी गरिमा बनी रहे इसलिए मैं इस पद को अस्वीकार करता हूँ।”