सिख दंगों पर सैम पित्रौदा का ‘हुआ तो हुआ…’ वाला विवादित बयान आने के बाद उनकी चारों ओर से आलोचना हो रही है। कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी तक ने दिल्ली में चुनाव करीब होने के कारण सैम पित्रोदा से माफ़ी माँगने को कहा है, ताकि इसका खामियाज़ा पार्टी को चुनाव के आगामी चरणों में न भुगतना पड़े।
जिस प्रकार राहुल गाँधी और कॉन्ग्रेस के अन्य नेता पित्रोदा के बयान की खुलकर आलोचना कर रहे हैं, वैसे ही इस सूची में कई जाने-माने ‘न्यूट्रल पत्रकारों’ ने भी अपना नाम शामिल कर लिया है जिन्होंने चुनावी माहौल देखते हुए अपने ट्वीट के जरिए सैम पित्रोदा के बयान के विरोध में लेकिन कॉन्ग्रेस के समर्थन में आवाज़ें उठाई हैं।
Presenting to you some ‘Neutral Journalists’ who seem to be more worried about the electoral damage Uncle Sam is doing to the Congress Party than the Congress Leaders or Karyakartas.
— Darshan Pathak (@darshanpathak) May 10, 2019
LOYALTY! pic.twitter.com/JyizIUsZg6
आजतक के राहुल कंवल ने सैम पित्रौदा के बयान के बाद ट्वीट किया कि कॉन्ग्रेस में किसी व्यक्ति को सैम पित्रौदा से कहने की जरूरत है कि वो टीवी कैमरा से 23 मई तक दूर रहें। राहुल के मुताबिक हर बार सैम जब भी बोलते हैं तो वो कॉन्ग्रेस की विरोधी पार्टियों (अर्थात भाजपा) को फायदा पहुँचा रहे होते हैं।
Someone in the Congress needs to tell Sam Pitroda to stay away from TV cameras till May 23. Each time he opens his mouth, he gives ammunition to Congress’ opponents. He’s a self goal machine. And he’s been at it relentlessly. Mercifully for Cong, Manishankar Aiyar has stayed shut
— Rahul Kanwal (@rahulkanwal) May 10, 2019
वहीं प्रसिद्ध पत्रकार सबा नकवी ने बड़ी इज़्ज़त के साथ सैम पित्रौदा के ट्वीट पर सवाल किया कि वह ऐसे समय में (चुनावी माहौल में) इंटरव्यू ही क्यों दे रहे हैं?
Sir respectfully, why do you have to give interviews at this time… https://t.co/lA2iaNtweq
— Saba Naqvi (@_sabanaqvi) May 10, 2019
आदित्य मेनन नामक पत्रकार ने सैम के ‘गड़बड़ ट्रांस्लेशन’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सवाल किया कि वो सार्वजनिक स्थलों पर बोलते ही क्यों हैं? आदित्य मेनन ने कहा कि ‘नो कमेंट’ जैसी भी कोई चीज होती है। क्या वो जानते हैं।
Then why speak in the first place? There something called “No Comment” you know. https://t.co/5h1L6CDUca
— Aditya Menon (@AdityaMenon22) May 10, 2019
अभिसार शर्मा ने सैम पित्रौदा के इस बयान को आधार बनाकर ट्वीट किया है कि इससे सैम पित्रोदाजी को अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि मिली है।
International fame for Sam Pitrodaji https://t.co/kDXyM2ez0A
— Abhisar Sharma (@abhisar_sharma) May 10, 2019
वहीं शिवम विज नामक जर्नलिस्ट ने सलाह दी कि कॉन्ग्रेस इन चुनावों में ज्यादा सीटों से जीत सकती है अगर सैम पित्रोदा को मीडिया के सामने बोलने से रोक लिया जाए।
Sam Pitroda hell bent on filling the Mani Shankar Aiyar vacuum this election. The Congress would win some more votes if Sam Pitroda were to stop speaking to the media.
— Shivam Vij (@DilliDurAst) May 10, 2019
स्वाति चतुर्वेदी नामक ट्रोल पत्रकार ने सैम पित्रौदा को कॉन्ग्रेस पार्टी का नया मणिशंकर अय्यर बताया है। स्वाति के मुताबिक पित्रौदा के मूर्खतापूर्ण बयानों पर मोदी ने छक्का मारा है।
हरिंदर बावेजा ने ट्वीट पर कमेंट करते हुए कहा कि सैम पित्रौदा ने जिन (सिख) दंगों पर ‘हुआ तो हुआ’ वाली प्रतिक्रिया दी है, उसकी पीड़ा के साथ आज भी कई विधवा और अनाथ जी रहे हैं और न्याय के लिए लड़ रहे हैं। क्या कॉन्ग्रेस में कोई भी उन्हें चुप नहीं कर सकता है।
Hua to hua says Sam Pitroda of 1984 riots in which Sikhs set ablaze by the thousands in India’s capital. Widows and orphans still living wretched lives, fighting for justice. Does no one from @INCIndia want to shut him up?
— Harinder Baweja (@shammybaweja) May 10, 2019