आईपीसी की धारा 173 और 174 के तहत आरफा खानुम शेरवानी के खिलाफ यह शिकायत की गई है। इसमें माँग है कि झूठी जानकारी फैलाने के आरोप में आरफा के विरुद्ध एफआईआर हो। उनके ऊपर फर्जी जानकारी और अफवाह फैलाने के आरोप हैं।
शिवलिंग का अपमान करने वाली आरफ़ा बेगम के ख़िलाफ़ @legalhindudef का परचम लहराएगा 🚩🚩
— Legal Hindu Defence (@legalhindudef) August 2, 2024
Police complaint has been filed and a strict action to be taken for insulting shivling 🙏🏻😤🚩 https://t.co/QBHcCPbLA0 pic.twitter.com/RlFbINomoZ
शिकायत में लिखा है, “आरोपित के बयान से समाज में अशांति फैल सकती है। आरोपित के बयान प्रथम दृष्टया झूठे हैं, जिन्हें सार्वजनिक शांति भंग करने के इरादे से दोहराया गया। इससे सार्वजनिक समूहों के बीच दुश्मनी बढ़ती है।” शिकायत में आगे कहा गया है कि मामले को भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 352, 353 (2) और 293 के तहत दर्ज किया जाना चाहिए।”
इस शिकायत की कॉपी को साझा करते हुए एलडीएफ ने कहा शिवलिंग का अपमान करने वाली आरफा बेगम के खिलाफ लीगल हिंदू का परचम लहराएगा। इस मामले में पुलिस को शिकायत दे दी गई है।
गौरतलब है कि गुरुवार (1 अगस्त 2024) को ‘द वायर’ की आरफा खानुम शेरवानी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट शेयर किया था। इस पोस्ट में उन्होंने बाहुबली फिल्म से प्रभास की वो तस्वीर ली जिसमें वो शिवलिंग कांधे पर उठाता है। इस तस्वीर में आरफा ने शिवलिंग को डस्टबिन के साथ रिप्लेस किया जिसे देख सोशल मीडिया यूजर भड़क गए।
अपनी कुंठा निकालने के लिए आरफा ने ये ट्वीट किया था। इसमें दिखाया कूड़ेदान पकड़े ओम बिड़ला को दिखाया गया था और लिखा था कि विजन 2047 यही है। उनके इसी ट्वीट पर काफी बवाल हुआ और लोगों ने सवाल खड़े किए। अंत में हिंदुओं की भावना आहत करने के आरोप में शिकायत दर्ज की गई।
मालूम हो कि ये पहली बार नहीं है कि आरफा खुद तो सेकुलर दिखाने के चक्कर में हिंदुओं को बदनाम करती दिखीं हों। उनका लंबा इतिहास रहा है कि न्यूट्रल रहने के नाम पर वो इस्लाम की समर्थक और हिंदुओं की आवाज उठाने वालों का विरोध करती रही हैं। इससे पहले वो कई बार गौमूत्र, गोबर के नाम पर हिंदुओं का मजाक बना चुकी हैं। इसके अलावा वह 2022 में टीवी डिबेट के दौरान नुपूर शर्मा द्वारा कही गई बात के खिलाफ भी टिप्पणी करती देखी जा चुकी हैं।