मुंबई पुलिस ने आज सुबह रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। कथित तौर पर इस दौरान पुलिस ने उनके और उनके नाबालिग बेटे के साथ हाथापाई की और परिजनों से बदतमीजी भी की। वहीं, अब अर्णब ने वीडियो संदेश जारी कर इस बात की पुष्टि की है कि मुंबई पुलिस ने उनके साथ मारपीट की।
#WATCH: Republic TV Editor Arnab Goswami shows injury marks, says, “Policemen surrounded me, held me by the scruff of my neck, pushed me. I’m here without shoes…I’ve been assaulted.” #Maharashtra
— ANI (@ANI) November 4, 2020
(Video Source: Republic TV) pic.twitter.com/E4lk5xocbd
रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्णब ने अपने वीडियो में कहा, उनके साथ प्रदीप पाटिल समेत 8 पुलिसकर्मियों ने बदसलूकी की है और मारपीट की है। उन्हें धक्का दिया और गले से पकड़ा। उन्होंने कहा, पुलिस द्वारा जबरन मुझे घर से उठाकर लाया गया है। यहाँ तक कि मेरे पैरों में जूते भी नहीं थे।
अर्णब ने हाथ में जख्म भी दिखाया और कहा कि, मैंने डॉक्टरों को अपनी चोट दिखाई, जो कि उनके अनुसार मुंबई पुलिस द्वारा उनके साथ की गई मारपीट में उन्हें लगी है। इस दौरान आप देख सकते है कि वीडियो में पुलिस उन्हें ले जाती हुई दिख रही और वो पुलिस से लगातार धक्का न देने की बात भी कह रहे हैं।
बॉम्बे हाई कोर्ट कल, बृहस्पतिवार को दोपहर 3 बजे अर्णब गोस्वामी की अवैध गिरफ्तारी की याचिका पर सुनवाई करेगी। पुलिस द्वारा अर्णब के साथ मारपीट करने और उनके शरीर पर चोट लगने के बाद, अलीबाग अदालत ने उनके मेडिकल चेकअप का आदेश दिया था। ये पूरी घटना कैमरे पर कैद हो गई जब पुलिस अर्नब को उनके घर से घसीटकर ले जा रही थी।
अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर तमाम लोग अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं। एक तरफ जहाँ दिल्ली प्रेस क्लब के बाहर पत्रकार प्रदर्शन करते हुए दिखाई दी, तो वहीं, बीजेपी के बड़े नेता कॉन्ग्रेस और उद्धव की सरकार को घेरते हुए नजर आ रहे।
इसी कड़ी में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस मामले पर ‘लेफ्ट-लिबरल’ लोगों की चुप्पी पर सवाल उठाया। उद्धव सरकार की आलोचना करते और कॉन्ग्रेस को घेरते हुए उन्होंने पूछा,”महाराष्ट्र सरकार आपातकाल को वापस लाने की कोशिश कर रही है”, उन्होंने कहा कि “विदेश में कई मीडिया आउटलेट्स ने राज्य सरकार के हमले को नजरअंदाज कर दिया है।
Is the #MVA government in Maharashtra replaying #IndiraGandhi’s Emergency? Where are self-appointed guardians of #FoE in this #ArnabGoswami episode, which goes above & beyond ideological/political differences with a fellow journalist? No media ‘guilds’/Associations/Unions today?
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) November 4, 2020
The ‘LeftLib’ brotherhood, which spawns itself in media outlets abroad is quick to comment on the @BJP4India central govt + @PMOIndia. How much longer will they ignore worse attacks on #FoE by provincial governments run by @INCIndia & their allies?@WSJ @nytimes @FinancialTimes
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) November 4, 2020
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में काफी समय से अपशब्द कहे जाते रहे हैं लेकिन बीजेपी ने दूर-दूर तक भी वो नहीं किया जो कॉन्ग्रेस ने किया है।
Despite over a decade of vile abuse, which also stooped to cheap & personal, against @narendramodi from some sections of media, has he or the @BJP4India done anything remotely comparable? Shame on @INCIndia.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) November 4, 2020
उन्होंने कहा, “नापसंद होने पर भी एक स्व-निर्मित पत्रकार का लगातार उत्पीड़न अस्वीकार्य है।” उनके मुताबिक, “अर्णब को गिरफ्तार करने के लिए सशस्त्र पुलिस भेजने से महाराष्ट्र सरकार की असुरक्षा दिख गई।” कॉन्ग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कि उन्होंने पूछा कि क्या सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी ने इस कार्रवाई को मंजूरी दी है।
The #MVA and the @INCIndia are desperate. Persistent harassment of a self-made journalist despite dislike/dispute/disagreement with him, is unacceptable. Armed police at home to arrest him betrays their insecurity; their silence establishes complicity. #ArnabGoswami #RepublicTV
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) November 4, 2020
Does the President @INCIndia #SoniaGandhi approve of this? Is she happy to carry the #Emergency baggage? Does the President-in-line @RahulGandhi think this is the new governance model he supports? Having armed policemen harassing the children of those they have a problem with?
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) November 4, 2020
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ट्वीट करते हुए लिखा है, “महाराष्ट्र सरकार ने रिपब्लिक के अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार कर मीडिया की आवाज़ को दबाने की कोशिश की है, जिसका मैं विरोध करता हूँ। महाराष्ट्र सरकार ने सत्ता का दुरुपयोग कर इमरजेंसी जैसे हालात बना दिए हैं, जनता इन्हें इसके लिए कभी माफ़ नहीं करेगी।”
महाराष्ट्र सरकार ने @Republic_Bharat के श्री #ArnabGoswami को गिरफ्तार कर मीडिया की आवाज़ को दबाने की कोशिश की है, जिसका मैं विरोध करता हूँ।
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 4, 2020
महाराष्ट्र सरकार ने सत्ता का दुरूपयोग कर इमरजेंसी जैसे हालात बना दिए हैं, जनता इन्हें इसके लिए कभी माफ़ नहीं करेगी।
बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “सत्य की बात जो भी करेगा हम उसके साथ हैं। अर्णब के साथ गलत हो रहा है। सच के आवाज से उद्धव सरकार डर गई है। ये लोकतंत्र है, लोग कहते हैं BJP लोकतंत्र की हत्या करती है लेकिन BJP हमेशा लोकतंत्र की रक्षा करती है।”
#IndiaWithArnab | सत्य की बात जो भी करेगा हम उसके साथ हैं। अर्नब के साथ गलत हो रहा है। सच के आवाज से उद्धव सरकार डर गई है। ये लोकतंत्र है, लोग कहते हैं BJP लोकतंत्र की हत्या करती है लेनिक BJP हमेशा लोकतंत्र की रक्षा करती है: साध्वी प्रज्ञा- BJP, सांसदhttps://t.co/G945HvzM0Z pic.twitter.com/A96RSY68Lm
— रिपब्लिक.भारत (@Republic_Bharat) November 4, 2020
गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा, देश के खिलाफ षड्यंत्र करने वाले की सच्चाई सामने लाने वाले अर्णब की गिरफ्तारी गलत है। महाराष्ट्र सरकार से उन्हें तुरंत छोड़ने की माँग करता हूँ।
#LIVE on #IndiaWithArnab | लोगों के सामने सच्चाई लाने वाले अर्नब की गिरफ्तारी गलत है। मैं महाराष्ट्र सरकार से उन्हें तुरंत रिलीज करने की मांग करता हूं: गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी@kishanreddybjp
— रिपब्लिक.भारत (@Republic_Bharat) November 4, 2020
देखिए रिपब्लिक भारत पर #LIVE –https://t.co/G945HvzM0Z pic.twitter.com/koJaEkzwXF