बीते दिनों NIA के नोटिस की अवहेलना करने के बाद कश्मीर के अलगाववादी नेता मीरवाइज़ उमर फारूक़ ने टेरर फंडिंग मामले में पूछताछ में जवाब देने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के समक्ष दिल्ली में पेश होने के लिए निकल पड़े हैं। इसकी जानकारी हुर्रियत गुट के एक प्रवक्ता ने दी है।
गौरतलब है एजेंसी ने हाल ही में मीरवाइज को तीसरा नोटिस भेजकर 8 अप्रैल को दिल्ली में NIA के समक्ष पेश होने को कहा था। जिसपर मीरवाइज के नेतृत्व वाले हुर्रियत गुट के एक प्रवक्ता ने बतया कि मीरवाइज पूछताछ के लिए दिल्ली आने को तैयार हो गए हैं। इस दौरान उनके साथ अब्दुल गनी भट, मसरूर अंसारी, बिलाल गनी लोन समेत हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के सदस्य उनके साथ होंगे। एएनआई ने भी ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी है कि मीरवाइज़ श्रीनगर से दिल्ली आने के लिए रवाना हो चुके है।
Jammu & Kashmir: Hurriyat Chairman, Mirwaiz Umar Farooq leaves from his residence in Srinagar for Delhi. He will appear before the National Investigation Agency (NIA) in connection with a terror funding case today. pic.twitter.com/IyVomRy2xS
— ANI (@ANI) April 8, 2019
यहाँ बता दें कि इस नोटिस से पूर्व भी एजेंसी उन्हें दो नोटिस जारी कर चुकी थी लेकिन मीरवाइज ने दिल्ली का दौरा करने में अपनी सुरक्षा संबंधी चिंता को जाहिर किया था। साथ ही श्रीनगर में पूछताछ करने की बात कही थी। अनेक प्रयासों के बाद भी एजेंसी ने वहाँ पूछताछ करने की माँग को खारिज़ कर दिया। एजेंसी ने मीरवाइज की चिंता का ख्याल रखते हुए उन्हें आश्वासन भी दिया कि वह (एजेंसी) उनकी सुरक्षा का ध्यान रखेगी।
Kashmiri separatist Mirwaiz Umar Farooq refuses to join NIA investigations in New Delhi. NIA had earlier summoned Mirwaiz for questioning in Delhi for a terror funding case. Mirwaiz asks NIA to question him in Srinagar. Is Mirwaiz above the law that he wants special privileges? pic.twitter.com/5GFuOegIhD
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) March 11, 2019
इससे पहले एनआईए द्वारा अलगावादी नेताओं को समन करने के बाद से श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। अलगाववादियों ने सड़क पर जमकर उत्पात मचाया था।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने मीरवाइज़ को नोटिस देने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। महबूबा ने कहा था कि मीरवाइज़ एक साधारण अलगाववादी नेता नहीं हैं बल्कि वे ‘काश’ मुस्लिमों के मज़हबी मुखिया भी हैं। महबूबा ने एक ट्वीट में लिखा था कि एनआईए का समन हमारी धार्मिक पहचान पर भारत सरकार द्वारा बार-बार किए जा रहे चोट का प्रमाण है। उन्होंने कहा था कि सरकार वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए मीरवाइज़ को बलि का बकरा बना रही है।
Mirwaiz Farooq isn’t any ordinary separatist leader. He is religious & spiritual head to Kash muslims. NIA summons to him are emblematic of GOIs repeated assaults on our religious identity. J&K is the proverbial sacrificial lamb exploited to divert attention from real issues.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) March 10, 2019