डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के अवसर पर पश्चिम बंगाल के तृणमूल कॉन्ग्रेस मंत्री शोभनदेब चटर्जी ने एक सभा का आयोजन कर बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर आज डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जीवित होते तो वो बीजेपी की आज की राजनीति को देखकर आत्महत्या कर लेते। वे भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे।
इंडिया टुडे टीवी से हुई बातचीत में चटर्जी ने कहा, “बीजेपी अपनी विभाजनकारी राजनीति के अनुकूल डॉ मुखर्जी को एक स्थानीय सांप्रदायिक नेता के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है। मुखर्जी बंगाल के एक महान पुत्र थे, जिन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर के रूप में इस्लाम का अध्ययन शुरू करवाया था और इसलिए उनकी वास्तविक विरासत को लोगों के बीच उजागर किया जाना चाहिए। अगर आज मुखर्जी जीवित होते तो उन्हें बीजेपी की राजनीति पर शर्म आती।”
इसके आगे उन्होंने कहा, “आज जिस तरह की विभाजनकारी राजनीति बीजेपी कर रही है, उससे श्यामा प्रसाद मुखर्जी बेहद आहत होते और शायद वो आत्महत्या कर लेते। वह भारत में ऐसी राजनीति कभी नहीं करना चाहते थे। मुखर्जी ने जिस हिंदू धर्म की बात की थी वह हर किसी को साथ लेकर चलने वाला था। हिंदू धर्म का कोई भी व्यक्ति बीजेपी की संकीर्ण राजनीति को नहीं अपना सकता है।”
इससे पहले, बीजेपी ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि के अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर निशाना साधा था। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नेहरू द्वारा श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत की जाँच का आदेश नहीं देने के फैसले पर सवाल उठाया था।
बंगाल में टीएमसी सरकार दूसरी बार डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती और पुण्यतिथि आधिकारिक रूप से मना रही है। बंगाल के मंत्री शोभनदेब चटर्जी ने सरकार की ओर से कोकरताल श्मशान में मुखर्जी की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धांजलि अर्पित की।