पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) पर फिल्म बनने जा रही है। मंगलवार (28 जून 2022) को इसका ऐलान किया गया। फिल्म का नाम ‘मैं रहूँ या न रहूँ ये देश रहना चाहिए- अटल’ है। फिल्म का मोशन पोस्टर भी रिलीज कर दिया गया है।
मोशन पोस्टर में अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण का एक अंश सुनाई दे रहा है। इसमें वे कहते हैं, “सत्ता का खेल तो चलेगा। सरकारें आएँगी, जाएँगी… पार्टियाँ बनेंगी, बिगड़ेंगी। मगर ये देश रहना चाहिए। इस देश का लोकतंत्र अमर रहना चाहिए।” ट्रेंड एनालिस्ट तरण आदर्श ने इसे ट्विटर पर साझा किया है।
FILM ON ATAL BIHARI VAJPAYEE ANNOUNCED: VINOD BHANUSHALI – SANDEEP SINGH TO PRODUCE… #VinodBhanushali and #SandeepSingh join hands to make a film on the epic life story of Shri #AtalBihariVajpayee ji… Titled #MainRahoonYaNaRahoonYehDeshRehnaChahiye – #Atal. pic.twitter.com/LC82GZw3FJ
— taran adarsh (@taran_adarsh) June 28, 2022
उल्लेख एनपी की किताब ‘द अनटोल्ड वाजपेयी: पॉलिटिशियन एंड पैराडॉक्स’ पर आधारित यह फिल्म अगले साल क्रिसमस पर रिलीज होगी। 25 दिसंबर 2023 को अटल बिहारी वाजपेयी की 99वीं जयंती भी है। फिल्म को हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में रिलीज किया जाएगा। ‘अटल’ को विनोद भानुशाली और संदीप सिंह प्रोड्यूस कर रहे हैं। हालाँकि, अभी तक फिल्म के स्टारकास्ट को लेकर कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है।
The film will be an adaptation of Penguin Random House India’s book #TheUntoldVajpayee: #PoliticianAndParadox by author #UllekhNP… Starts early 2023, the film will be released on #Christmas2023, which marks the 99th birth anniversary of Shri #AtalBihariVajpayee ji. pic.twitter.com/Q37Y0zKEEh
— taran adarsh (@taran_adarsh) June 28, 2022
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। 1951 में भारतीय जनसंघ के गठन में उनकी अहम भूमिका रही। 1996 के लोकसभा चुनाव में भाजपा देश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। 16 मई 1996 को अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार प्रधानमंत्री बने। हालाँकि, उनकी सरकार बहुमत साबित नहीं कर पाई और 13 दिन ही चली। 1998 के मध्यावधि चुनावों भाजपा फिर सबसे बड़े दल और NDA सबसे बड़े गठबंधन के रूप में उभरा। वाजपेयी ने दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। लेकिन इस बार उन्हें 13 महीने बाद ही इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद हुए चुनावों में NDA पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई और 1999 में वे फिर से प्रधानमंत्री बने। 16 अगस्त 2018 को 93 साल की उम्र में उनका निधन हुआ था।