बांग्लादेश के बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman Science and Technology University) में पढ़ने वाले हिंदू छात्र उत्सब कुमार ज्ञान को ईशनिंदा के आरोप में मुस्लिम भीड़ ने जमकर पीटा। आरोप है कि उत्सब ने पहले सोशल मीडिया ग्रुप में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ ‘अपमानजनक संदेश’ पोस्ट किया और फिर बाद में उसे हटा दिया।
जब यह खबर फैली कि हिंदू छात्र ने कथित तौर पर ‘ईशनिंदा’ की है, तो विश्वविद्यालय के मुस्लिम छात्रों ने रविवार (26 मई 2024) को उसे घेर लिया। मुस्लिमों की भीड़ ने उत्सब को बेरहमी से पीटा और उसे पैगम्बर मुहम्मद का ‘मजाक’ उड़ाने का जुर्म कबूल करने के लिए मजबूर किया। इसके बाद मुस्लिम छात्रों की उन्मादी भीड़ पीड़ित छात्र को प्रॉक्टर मोहम्मद कमरुज्जमाँ के ऑफिस ले गई, जहाँ उसे जबरन लिखित में कबूलनामा देने के लिए मजबूर किया गया।
Bangabandhu Sheikh Mujibur Rahman Science and Technology University (BSMRSTU) Student Utsab Kumar Gain has been brutally assaulted and handed over to the police for allegedly sending a message in a social media group by commenting on Muslims Prophet Muhammad. The student's… pic.twitter.com/CYj9mZuRgC
— Asad Noor (@Asad_N0or) May 27, 2024
उत्सब को ‘गुनाह’ कबूल कराने के बाद उसी भीड़ ने फिर से बेरहमी से पीटा और फिर बांग्लादेश के ढाका डिवीजन के गोपालगंज सदर पुलिस स्टेशन को सौंप दिया। गंभीर रूप से घायल उत्सब को गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने पर उसे खुलना मेडिकल कॉलेज अस्पताल और फिर ढाका मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। इस बीच, उत्सब पर हमला करने वाले आरोपितों ने उसके खिलाफ सख्त कानूनी सजा और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से स्थायी निष्कासन की माँग की।
खबर लिखे जाने तक पीड़ित बेहोश बताया जा रहा था। इस मामले पर गोपालगंज सदर पुलिस स्टेशन के ओसी ने कहा , “हमने उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया है। पहले उसे ठीक होने दीजिए। उसके बाद हम उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे।”
इस बीच, विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर मोहम्मद कमरुज्जमाँ ने कहा, “उसने (उत्सब कुमार ज्ञान) ईशनिंदा की बात कबूल कर ली है। उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अभी वीसी और डिप्टी-वीसी बाहर हैं। मैंने फोन पर उन्हें जानकारी दी है। उनके लौटने के बाद उत्सब कुमार के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, बांग्लादेश की एक अदालत ने तिथि सरकार नाम की एक हिंदू लड़की को 5 साल जेल की सजा सुनाई थी। जगन्नाथ विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा सरकार पर 2 नवंबर 2020 को पुलिस ने मामला दर्ज किया था। वह विश्व हिंदू संघर्ष परिषद की संयोजक और जगन्नाथ विश्वविद्यालय की छात्र सुरक्षा परिषद की कार्यालय सचिव भी थीं।
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