रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) ने शनिवार (24 जुलाई 2021) को असम के करीमगंज जिले के बदरपुर रेलवे स्टेशन से 15 अवैध रोहिंग्या घुसपैठिये को हिरासत में ले लिया, जिनमें 6 नाबालिग और 3 महिलाएँ शामिल हैं। ये लोग त्रिपुरा की राजधानी अगरतला जाने के लिए स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान इनकी संदिग्ध गतिविधियों को देखकर आरपीएफ ने हिरासत में ले लिया।
पूछताछ के दौरान पता चला कि उनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं है और ये अवैध रूप में भारत में दाखिल हुए थे। उन्होंने आरपीएफ को यह भी बताया कि ये लोग उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में रह रहे थे और वहाँ से कुछ दिन पहले ही सिलीगुड़ी पहुँचे थे। उसके बाद पैसेंजर ट्रेन द्वारा सिलीगुड़ी से बदरपुर रेलवे स्टेशन पहुँचे थे। यहाँ से ये लोग अगरतला जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे।
आरपीएफ का कहना है, “15 रोहिंग्या मुसलमानों में 6 नाबालिग और 9 वयस्क हैं, जिनमें 3 महिलाएँ भी शामिल हैं। ये अगरतला जाने वाले थे और सिलचर-अगरतला ट्रेन में चढ़ने के लिए प्लेटफॉर्म पर बैठकर उसका इंतजार कर रहे थे।”
पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे म्यांमार के रखाईन प्रांत के मांडू के रहने वाले हैं और रोहिंग्या समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। आरपीएफ ने आगे की जाँच के लिए इन्हें जीआरपी के हवाले कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि ये लोग त्रिपुरा के रास्ते बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थे।
इनके पास से तीन पहचान पत्र भी बरामद हुआ है, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा शरणार्थियों को जारी किया जाने वाला पहचान पत्र बताया जा रहा है। इसके साथ ही इनके पास से 9 मोबाइल फोन और 50,000 रुपये नकद बरामद किये गए हैं।
हिरासत में लिए गए लोगों में कौसर (19), मोहम्मद अयूब (28), मोहम्मद सैयद (30), सुबेरा (18), मोहम्मद अनीस (14), मोहम्मद इस्माईल (16), मोहम्मद रफीक (19), सुना मेहर (28), जैनब बेगम (30), राफिया (7), मुस्लिम (5), दिलारा (9), नूर अजीदा (7), मोहम्मद इस्लाम (6) और नूर फातिमा (3) शामिल हैं।