Tuesday, July 15, 2025
Homeरिपोर्टराष्ट्रीय सुरक्षाभारत में अवैध रूप से घुसे 15 रोहिंग्या असम में दबोचे गए, UP के...

भारत में अवैध रूप से घुसे 15 रोहिंग्या असम में दबोचे गए, UP के अलीगढ़ में रह रहे थे सभी

ये लोग म्यांमार के रखाईन प्रांत के मांडू के रहने वाले हैं और रोहिंग्या समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। इनके पास से 9 मोबाइल फोन और 50,000 रुपये नकद बरामद किये गए हैं।

रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) ने शनिवार (24 जुलाई 2021) को असम के करीमगंज जिले के बदरपुर रेलवे स्टेशन से 15 अवैध रोहिंग्या घुसपैठिये को हिरासत में ले लिया, जिनमें 6 नाबालिग और 3 महिलाएँ शामिल हैं। ये लोग त्रिपुरा की राजधानी अगरतला जाने के लिए स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान इनकी संदिग्ध गतिविधियों को देखकर आरपीएफ ने हिरासत में ले लिया।

पूछताछ के दौरान पता चला कि उनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं है और ये अवैध रूप में भारत में दाखिल हुए थे। उन्होंने आरपीएफ को यह भी बताया कि ये लोग उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में रह रहे थे और वहाँ से कुछ दिन पहले ही सिलीगुड़ी पहुँचे थे। उसके बाद पैसेंजर ट्रेन द्वारा सिलीगुड़ी से बदरपुर रेलवे स्टेशन पहुँचे थे। यहाँ से ये लोग अगरतला जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे।

आरपीएफ का कहना है, “15 रोहिंग्या मुसलमानों में 6 नाबालिग और 9 वयस्क हैं, जिनमें 3 महिलाएँ भी शामिल हैं। ये अगरतला जाने वाले थे और सिलचर-अगरतला ट्रेन में चढ़ने के लिए प्लेटफॉर्म पर बैठकर उसका इंतजार कर रहे थे।”

पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे म्यांमार के रखाईन प्रांत के मांडू के रहने वाले हैं और रोहिंग्या समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। आरपीएफ ने आगे की जाँच के लिए इन्हें जीआरपी के हवाले कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि ये लोग त्रिपुरा के रास्ते बांग्लादेश जाने की कोशिश कर रहे थे।

इनके पास से तीन पहचान पत्र भी बरामद हुआ है, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा शरणार्थियों को जारी किया जाने वाला पहचान पत्र बताया जा रहा है। इसके साथ ही इनके पास से 9 मोबाइल फोन और 50,000 रुपये नकद बरामद किये गए हैं।

हिरासत में लिए गए लोगों में कौसर (19), मोहम्मद अयूब (28), मोहम्मद सैयद (30), सुबेरा (18), मोहम्मद अनीस (14), मोहम्मद इस्माईल (16), मोहम्मद रफीक (19), सुना मेहर (28), जैनब बेगम (30), राफिया (7), मुस्लिम (5), दिलारा (9), नूर अजीदा (7), मोहम्मद इस्लाम (6) और नूर फातिमा (3) शामिल हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

पहले ‘पायलट की गलती’ वाली खबर चलाई, फिर फ्यूल कंट्रोल स्विच पर किया गुमराह: क्या एअर इंडिया हादसे में विदेशी मीडिया ने पहले ही...

लगता है कि सारा दोष पायलटों पर मढ़ के बोइंग की साख को बचाने के लिए किया जा रहा है। पायलटों को बलि का बकरा बनाना बोइंग की पुरानी आदत रही है।

भारत-नेपाल सीमा पर इस्लामी कट्टरपंथियों का डेरा, मस्जिद-मजार जिहाद के लिए दक्षिण भारत से आ रहा मोटा पैसा: डेमोग्राफी भी बदली, ₹150 करोड़ फंडिंग...

भारत-नेपाल सीमा पर डेमोग्राफी बदलने का बड़ा खेल उजागर हुआ है। यहाँ आयकर विभाग को 150 करोड़ की फंडिंग के सबूत मिले हैं।
- विज्ञापन -