गुरूवार (17 सितंबर 2020) को जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों ने कुल 3 आतंकवादियों को मार गिराया। जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने इस बात की जानकारी दी। उनके मुताबिक़ इस साल श्रीनगर इलाके में सुरक्षाबलों ने कुल 16 आतंकवादियों को ढेर किया। इसके अलावा पूरे राज्य की सीमा में लगभग 177 आतंकवादी मारे गए।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि श्रीनगर के बटमालू इलाके में गुरूवार की सुबह से ही एनकाउंटर जारी था। उन्होंने कहा, “सुरक्षाबलों ने केवल इस साल राजधानी श्रीनगर में आतंकवादियों के विरुद्ध 7 ऑपरेशन अंजाम दिए। इस दौरान कुल 16 आतंकवादी मारे गए। वहीं पूरे राज्य में कुल 72 ऑपरेशन चलाए गए जिसमें लगभग 177 आतंकवादी मारे गए।”
This year, we have successfully killed 16 terrorists in seven operations in Srinagar area. In total, 177 terrorists have been neutralised in 72 operations conducted this year. This number includes many foreign terrorists with links to Pakistan: J&K DGP Dilbag Singh https://t.co/UjCUw8jeCJ
— ANI (@ANI) September 17, 2020
इसके बाद दिलबाग सिंह ने बताया कि साल भर में जितने आतंकवादी मारे गए उनमें से कई का सम्बंध पाकिस्तान से भी था। आतंकवादियों के पास कई तरह के हथियार भी बरामद हुए हैं। एनकाउंटर के दौरान एक महिला की मौत भी हुई जिसकी मौत पर डीजीपी ने अफ़सोस भी जताया है। इसके अलावा सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट घायल भी हुए हैं। फ़िलहाल उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी देखभाल जारी है।
ख़बरों के अनुसार पुलिस और सुरक्षाबलों को रात के लगभग ढाई बजे सूचना मिली कि श्रीनगर के बटमालू स्थित फिरदौसाबाद में आतंकवादी छुपे हुए हैं। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने उस पूरे इलाके की घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू कर दिया। जैसे ही सुरक्षाबल घटनास्थल पर पहुँचे आतंकवादियों ने उन पर गोली चलाना शुरू कर दिया और वहीं पर मुठभेड़ शुरू हो गई। अंततः सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को मुँह तोड़ जवाब देते हुए सभी को मार गिराया।
हाल ही में जम्मू कश्मीर पुलिस ने आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के लिए काम करने वाले एक समूह का खुलासा किया था। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार 3 युवकों का समूह पाकिस्तान के आतंकवादियों के सम्पर्क में था। तीनों युवकों की पहचान गुटलीबाग़ के रहने वाले अर्शिद अहमद खान, गारबंदल निवासी माजिद रसूल और मोहम्मद आसिफ के रूप में हुई थी। यह तीनों काफी समय से पाकिस्तानी आतंकवादी फ़याज़ के सम्पर्क में थे। तीनों उसके कहे अनुसार की आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देते थे।