सुमन तुजारे जीवित नहीं हैं। लेकिन पुणे की इस महिला की झुग्गी का फर्जी एग्रीमेंट बनवाकर बांग्लादेशियों ने पासपोर्ट तक बनवा लिए। अरब देशों में जाने और रोजगार पाने के लिए इन्होंने भारतीय पासपोर्ट बनाए थे। मुंबई पुलिस की पड़ताल से यह खुलासा हुआ है। अब तक इस मामले में 20 बांग्लादेशी घुसपैठिए और उनके 2 भारतीय मददगार गिरफ्तार किए गए हैं।
मुंबई पुलिस की एक स्पेशल बीते ढाई महीने से इस मामले की पड़ताल कर रही है। इन बांग्लादेशियों की पासपोर्ट की जाँच से इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। मुंबई पुलिस के मुताबिक, 6 बांग्लादेशियों ने सुमन तुजारे नाम की मृत महिला की का पर्जी एग्रीमेंट तैयार कर पासपोर्ट बनवाए है। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ पासपोर्ट अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पुणे पुलिस ने पासपोर्ट आवेदन की जाँच के दौरान इस पते को वेरिफाई भी कर दिया था। इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जब उनकी टीम ने इस पते की जाँच की, तो परिजनों ने कुछ साल पहले ही सुमन तुजारे की मौत हो जाने की पुष्टि की। इन्होंने यह भी बताया कि उनकी झुग्गी कभी किसी के किराए पर नहीं दी गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार तुजारे के नाम पर बांग्लादेशियों ने रेंट का फर्जी एग्रीमेंट बनाकर पासपोर्ट कार्यालय में जमा किया। पुलिस ने इसे सत्यापित भी कर दिया। पुणे पुलिस कमिश्नर रेतेश कुमार ने कहा है कि इस मामले में पासपोर्ट वेरिफिकेशन विभाग के 5 कर्मचारियों के खिलाफ जाँच शुरू की गई है। इनके खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
मुंबई पुलिस चला रही विशेष अभियान
मुंबई पुलिस की एंटी टेररिस्ट सेल (एटीसी) के एसआई प्रमोद निंबालकर और सीनियर इंस्पेक्टर निनाद सावंत की अगुवाई में बोरीबली थाने की टीम इस तरह के केस हैंडल कर रही है। इस टीम ने अब तक 20 बांग्लादेशी घुसपैठियों और उनके दो भारतीय सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। ये लोग फर्जी कागजातों के सहारे पैन कार्ड, आधार कार्ड और अन्य डॉक्यूमेंट्स के बहाने पासपोर्ट बनवाते थे और मिडिल ईस्ट के देशों में जाने की कोशिश करते थे।
पुलिस ने बताया कि अकेले पुणे से ही 10 भारतीय पासपोर्ट फर्जी रेंट एग्रीमेंट्स, फर्जी भारतीय जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोट आईडी कार्ड के जरिए बनाए गए थे। मुंबई पुलिस ने मुंबई और पुणे से इन्हें बरामद किया है। साथ ही बांग्लादेशी करेंसी भी बरामद हुई है। एसआई प्रमोद निंबालकर ने बताया, “पुणे से बने 10 फर्जी पासपोर्ट में से 6 पर सुमन तुजारे की येरवडा स्थित झुग्गी के पते का इस्तेमाल किया गया तो 4 पर रामतेकड़ी इलाके का पता दर्ज है।”
इस मामले में राहुल सिंह उर्फ शाहरुख खान और सलमान अयूब खान (दोनों बांग्लादेशी) बांग्लादेशियों को अवैध तरीके से भारत में प्रवेश कराते थे। राहुल पुणे में रहता था। माना जा रहा है कि वो बांग्लादेश भाग गया है। वहीं सलमान को गिरफ्तार कर लिया गया है।
निंबालकर ने बताया, “पश्चिम बंगाल पहुँचने पर बांग्लादेशियों को फर्जी भारतीय जन्म प्रमाण-पत्र दिए जाते थे। इसके बाद उन्हें मुंबई और पुणे भेज दिया जाता। यहाँ उन्हें आधार कार्ड और पैन कार्ड बनाने में मदद की जाती। इसके बाद पुणे के फर्जी पते पर उन्हें पासपोर्ट हासिल करने में मदद की जाती। यहाँ एजेंट्स के जरिए फर्जी रेंट एग्रीमेंट का इस्तेमाल किया जाता। पुणे में कुछ वकील बिना जाँच के ही रेंट एग्रीमेंट को नोटरी में बदल देते थे।”
उन्होंने बताया, “इस खेल के पीछे एक बड़ा रैकेट काम करता दिख रहा है। यह रैकेट बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत लाता है और उन्हें भारतीय पहचान देकर अरब देशों तक जाने में मदद करता है। इसके बदले घुसपैठियों से 7 लाख तक की रकम उगाही जाती थी। इस काम में एक वेबसाइट की भी मदद ली जाती थी।”
निंबालकर ने कहा, “हमारी जाँच में पता चला है कि पिछले कुछ सालों में भारतीय पासपोर्ट का इस्तेमाल कर लगभग 70 बांग्लादेशी अरब देशों में एंट्री कर चुके हैं। इस प्रक्रिया में जो लोग पकड़े भी जाते हैं, उनसे इसी तरह के फर्जीवाड़े का पता चलता है।”