भारत और चीन की सेनाओं के बीच लद्दाख बॉर्डर पर गलवान घाटी के पास हिंसक झड़प में दोनों तरफ से सेना के अधिकारियों की मौत की खबरें सामने आई हैं। इसमें भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान के बलिदान की खबरों के कुछ देर बाद ही भारतीय सेना द्वारा जारी एक अपडेट में बताया गया है कि इस झड़प में दोनों देशों की सेना के अधिकारियों को हानि पहुँची है।
16 minutes after its first statement, Indian Army issues an amended version adding 3 words: ‘on both sides’.👇🏽 pic.twitter.com/PUGj4CPcsP
— Shiv Aroor (@ShivAroor) June 16, 2020
कुछ सूत्रों से खबर आ रही है कि एक चीनी अफसर समेत चार के मरने की सूचना है। एशिया न्यूज़ की ताजा जानकारी के अनुसार चीन के 4 सैनिकों, जिनमें चीनी सेना का एक अधिकारी भी शामिल हैं, की मौत हुई है। हालाँकि अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है।
इसी बीच चीन की ओर से जारी एक अधिकारिक बयान में आरोप लगाया है कि भारत के सैनिकों के द्वारा उनकी सीमा में घुसपैठ की कोशिशें की गईं और चीनी सैनिकों पर हमला किया गया। बता दें कि गलवान घाटी, जहाँ यह झड़प हुई है वह अक्साई चीन का बाहरी इलाका है।
#BREAKING Beijing accuses India of crossing border, ‘attacking Chinese personnel’ pic.twitter.com/sRYHIGVLCm
— AFP news agency (@AFP) June 16, 2020
बताया जा रहा है कि इस झड़प के दौरान किसी तरह की कोई गोली नहीं चली है, यानी हाथापाई और पत्थरबाजी हुईं, जिनमें सैनिकों को क्षति पहुँची है। सेना ने भी किसी प्रकार की फायरिंग से इनकार किया है।
भारतीय सेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया है- “गलवान घाटी में सोमवार की रात को डि-एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई। इस दौरान भारतीय सेना के एक अफसर और दो जवान शहीद हो गए हैं। दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इस वक्त इस मामले को शांत करने के लिए बड़ी बैठक कर रहे हैं।”
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों और विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर के साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ बैठक की, जिसमें पूर्वी लद्दाख के हाल के घटनाक्रमों पर चर्चा की गई।
Defence Minister Rajnath Singh held a meeting with Chief of Defence Staff General Bipin Rawat, the three service chiefs and External Affairs Minister Dr S Jaishankar. Recent developments in Eastern Ladakh were discussed
— The Times Of India (@timesofindia) June 16, 2020
(ANI) pic.twitter.com/qGohY96D4b