गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में साफ़ किया है उनकी सरकार शहरी नक्सलियों और माओवादियों के प्रति किसी भी मुरौव्वत के मूड में नहीं है। उन्होंने सदन में यह भी बयान दिया कि सच में सामाजिक कार्य कर रहे कार्यकर्ताओं को पकड़ने में पुलिस की कोई रुचि नहीं है।
Union Home Minister Amit Shah in Lok Sabha: In this country, a lot of people involved in social work are working respectably, police is not fond of catching them, but we don’t have any sympathy for those who work for Urban Maoism. pic.twitter.com/ieJYj8CQkY
— ANI (@ANI) July 24, 2019
‘अर्बन नक्सलियों’ पर बहस का हिस्सा
‘अर्बन नक्सली’ या अर्बन माओवादी’ का अर्थ वह शहरी नागरिक हैं, जो शहरी मध्य-वर्ग/उच्च-मध्यम वर्ग (मार्क्सवादी भाषा में ‘बुर्जुआ’, burgeoise) का हिस्सा होते हुए भी वैचारिक, नैतिक-राजनीतिक, और कई बार आर्थिक, समर्थन भारत-विरोधी वाम-चरमपंथी गुटों जैसे नक्सलियों और माओवादियों की ग्रामीण इलाकों में हिंसक गतिविधियों का समर्थन करते हैं। माना जाता है कि यह शब्द फ़िल्मकार विवेक अग्निहोत्री द्वारा प्रचलित किया गया था। शहरी वाम-चरमपंथियों, और आदिवासी इलाकों में उनके हाथों जनजातियों के उत्पीड़न, को चित्रित करने वाली अग्निहोत्री की फिल्म ‘बुद्धा (बुद्ध) इन अ ट्रैफिक जाम’ की एक ओर वामपंथी धड़े में जहाँ आलोचना होती है, वहीं दूसरी ओर देश के ‘राइट विंग’ में फिल्म को ‘कल्ट स्टेटस’ मिला हुआ है। इस विषय पर जेएनयू में लगाए गए कुख्यात भारत-विरोधी नारों के बाद से कई बार राजनीतिक और सामाजिक बहस हो चुकी है।
‘व्यक्ति को आतंकवादी घोषित करने वाले प्रावधान की ज़रूरत’
गृह मंत्री अमित शाह ने गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) संशोधन अधिनियम (UAPA) पर बहस करते हुए कहा कि देश में एक व्यक्ति को आतंकवादी घोषित करने के प्रावधान की सख्त ज़रूरत है। उन्होंने अपने तर्क के समर्थन में अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र से लेकर पाकिस्तान तक के उदाहरण गिनाते हुए बताया कि हर बड़े देश के पास यह कानूनी हथियार है। यह प्रावधान इस्लामिक स्टेट (आईएस) के इराक-सीरिया स्थित केंद्रीयकृत संगठन के उखड़ जाने के बाद उसके आतंकियों के स्वतंत्र टुकड़ों (‘लोन वुल्फ टेररिस्ट’, अकेला जिहादी) के रूप में बिखर जाने की खबरों के प्रकाश में सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है।
Home Min Amit Shah in LS on Unlawful Activities (Prevention) Amendment Act Bill: There’s a need for a provision to declare an individual as a terrorist, UN has a procedure for it, US has it, Pakistan has it, China has it, Israel has it, European Union has it, everyone has done it pic.twitter.com/lJMSbFe6L5
— ANI (@ANI) July 24, 2019
‘आपने सही किया था, हम भी सही कर रहे हैं’
UAPA पर कॉन्ग्रेस के सवाल उठाने को आड़े हाथों लेते हुए शाह ने कहा कि जब कॉन्ग्रेस राजग पर सवाल उठाती है तो भूल जाती है कि यह कानून लाया कौन (कॉन्ग्रेस) था और किसने उसे कड़ा बनाया। उन्होंने कहा कि कानून आप (कॉन्ग्रेस) लाए थे, आपने भी सही काम किया और अब हम भी (इसमें संशोधन करके) सही ही कर रहे हैं।
Home Minister Amit Shah in LS on Unlawful Activities (Prevention) Amendment Act Bill: When you question us you don’t see who brought the law & amendments, who made it stringent. It was brought when you were in power, what you did then was right & what I’m doing now is also right. pic.twitter.com/1z8GKtOme2
— ANI (@ANI) July 24, 2019