प्रतिबंधित आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) ने एक बार फिर खालिस्तान (Khalistan) का राग अलापा है। उसने 15 अप्रैल 2022 (शुक्रवार) को ‘हरियाणा बनेगा खालिस्तान’ नाम से एक पत्र जारी किया है। इस पत्र में गुरुग्राम के DC ऑफिस पर 29 अप्रैल को खालिस्तान का झंडा लगाने का एलान किया गया है। इसके साथ ही खालिस्तान के लिए हरियाणा में रेफरेंडम की बात भी कही गई है।
SFJ के गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा, “हरियाणा पर पंजाब का अधिकार है। यह अधिकार प्रदर्शित करने के लिए 29 अप्रैल को गुरुग्राम के DC कार्यालय पर खालिस्तान का झंडा लगाया जाएगा। यह खालिस्तान के 36वें घोषणा दिवस के मौके पर होगा।” SFJ ने खालिस्तान का मानचित्र भी जारी कर रखा है जिसमें हरियाणा को भी शामिल किया गया है। इस पत्र में हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी (HSGMC) के अध्यक्ष बलजीत सिंह दादूवाल के अलावा ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन (AISSF) द्वारा भी खालिस्तान अभियान में समर्थन मिलने का दावा किया गया है।
इस पत्र में गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा जारी किए गए एक वीडियो का भी जिक्र किया गया है। इसमें खालिस्तान समर्थक वॉलेंटियर्स की भर्ती की भी घोषणा की गई है। वीडियो में पन्नू कह रहा है, “पंजाब को भारत के कब्ज़े से आज़ाद करवाने के लिए जारी खालिस्तान रेफरेंडम का अगला चरण इटली में 8 मई को होगा। पंजाब के भारत से आज़ाद होने के बाद हरियाणा पंजाब का हिस्सा होगा। 29 अप्रैल को हरियाणा के हर जिले के DC ऑफिस पर खालिस्तान का झंडा लगाया जाएगा। हरियाणा के लोग सुन लें कि उनकी जमीन पंजाब का हिस्सा है। यह तुम्हें तय करना है कि तुम्हें पंजाब के साथ जाना है या भारत के साथ।”
भगवंत मान कर चुके हैं चंडीगढ़ को पंजाब में मिलाने की पैरवी
इससे पहले पंजाब के वर्तमान मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान Punjab CM Bhagwant Mann) चंडीगढ़ को पंजाब में मिलाने की पैरवी कर चुके हैं। उन्होंने 1 अप्रैल 2022 को राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पेश करते हुए केंद्र सरकार पर केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन में संतुलन को बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। इसी के साथ चुनाव से पहले पन्नू ने आम आदमी पार्टी के भगवंत मान को एक कथित लेटर लिखा था, जो वायरल हो गया था। गौरतलब है कि चंडीगढ़ को लेकर पंजाब और हरियाणा का पिछले 5 दशकों से अधिक समय से विवाद चल रहा है। दोनों राज्य चंडीगढ़ पर दावा करते हैं।