आज ट्विटर पर तमाम पाकिस्तानी और कश्मीर अलगाववादी एक आतंकवादी को याद कर रहे हैं। आज से ठीक चार साल पहले भारी सेना ने आतंकवादी बुरहान वानी को मार गिराया था। उसी की मौत को आज अलगावादियों का एक बड़ा समूह याद कर रहा है। ट्विटर पर उसकी तारीफ में यह समूह जुटा हुआ है। साथ ही ये लोग कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाने का विरोध भी कर रहे।
आज ट्विटर पर इस तरह के ट्वीट की भरमार है, जिसमें सिर्फ बुरहान वानी का ज़िक्र हो रहा है। लेकिन अफ़सोस एक आतंकवादी के तौर पर नहीं बल्कि एक शहीद के तौर पर।
Heroes will Never Die.He is indeed a Hero.#BurhanWani pic.twitter.com/CqmqlW80yG
— Ehtisham Siddique (@SH_aM_4) July 8, 2020
पाकिस्तान के लोग बुरहान वानी को शहीद का दर्जा दे रहे हैं।
#BurhanWani
— SSG Jaanbaz(Farzana) (@F_J_ISP) July 8, 2020
The Martyrs blood is the seed of Freedom’s Tree#OurMartyrsOurHeroes pic.twitter.com/zAfCL1tGCC
इनमें से कुछ लोग उसे नस्लीय घृणित वामपंथी चे ग्वेरा का भी दर्जा दे रहे हैं।
#BurhanWani The Che Guevara of Kashmir. That’s the tweet!
— BENISH KHAN (@BEEEEEEENISH) July 8, 2020
This Muslim world knows that today’s the day of our Super star, Our pride, Our hero, Our Representer, Our Martyred….. Shaeed Burhan Wani R_A.
— Safia_Afaqi (Kashmir) (@SafiaAfaqi) July 8, 2020
8 July 2016 was the shining day of his life.#BurhanWani@KSMT_Official pic.twitter.com/yf6ictragO
संभावित रूप से पाकिस्तान का ट्वीटर एकाउंट, तुर्की महिला के नाम से बुरहान वानी की प्रशंसा कर रहा है।
#BurhanWaniTheRealHero
— Esra Bilgiç. 🇹🇷 (@esbilgicreal) July 8, 2020
On 8th July 2016, Freedom fighter Burhan Muzaffer Wani the legendary poster boy of #Kashmir was Martyred by Indian terror forces. May Allah place him in high ranks of Janat and blessed Kashmir with Liberation from India.Ameen Suma Ameen #BurhanWani pic.twitter.com/4dwpVnM6kq
सकीबुल नाम का व्यक्ति, जिसके ट्विटर नाम के ठीक आगे बंग्लादेश का झंडा लगा है, वह बंग्लादेश से होने का दावा कर रहा है। उसने बुरहान वानी को शहीद बताया है।
There is no FREEDOM without SACRIFICE.
— Sakibul Hoque 🇧🇩 (@SakibulHoque8) July 7, 2020
You will be missed…forever #BurhanWani
He knew it well how to fight the evil occupiers.#BuriedInOurHeart #8JulyBurhanDay#KashmirBleeds pic.twitter.com/BJdwmSubQr
एक और ट्विटर एकाउंट जो खुद कश्मीर से होने का दावा कर रहा है, उसने यह लिखा कि वानी के मरने के बाद घाटी में कई वानी पैदा होंगे।
Occupational forces used to think there would be an end to resistance in #Kashmir after martyrdom of #BurhanWani. Kashmir lost one Burhan to give birth to thousands of Burhan.
— 🍁🍂 (@lost_in_kashmir) July 7, 2020
We resist , we exist.
D£ath to Indian occupation pic.twitter.com/hLxVVJurnH
साल 2016 के जुलाई महीने में सुरक्षाबलों और आतंकवादी बुरहान वानी के बीच काफी गोलीबारी हुई थी। अनंतनाग ज़िले के कोंकणनाग में चली इस गोलीबारी के दौरान सुरक्षाबलों ने बुरहान वानी को मार गिराया था।
पिछले कई सालों से सुरक्षाबल इस आतंकवादी की तलाश में जुटे हुए थे। हैरानी की बात यह थी कि वानी की मौत के बाद तमाम लोग और मीडिया समूह उसकी छवि बतौर ‘शहीद’ स्थापित करने में जुट गए थे।
मशहूर ‘पत्रकार’ बरखा दत्त ने बुरहान वानी को ‘स्कूल के हेडमास्टर का बेटा’ बताया था। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सेना को शुभकामनाएँ देने की जगह बुरहान वानी की चिंता में अधिक व्यस्त थे। सामाजिक कार्यकर्ता कविता कृष्णन ने इस कार्रवाई पर खेद जताते हुए इसे असंवैधानिक बताया था।