बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने गुरुवार (10 जून 2021) को एक चीनी नागरिक को बंगाल के मालदा से गिरफ्तार किया था। वह बांग्लादेश से अवैध रूप से दाखिल होने की कोशिश कर रहा था। रिपोर्टों के मुताबिक पूछताछ में इस चीनी नागरिक ने बताया है कि पिछले 2 सालों में 1300 भारतीय सिम कार्ड चीन भेजे गए हैं। उत्तर प्रदेश एटीएस की एक टीम भी उससे पूछताछ करने मालदा पहुँची है।
मीडिया खबरों के मुताबिक मालदा से गिरफ्तार किया गया जुनवेई हान (36) चीन के हुबेई प्रांत का रहने वाला है। BSF को उसके पास से चीनी पासपोर्ट, बांग्लादेश का वीजा, एप्पल लैपटॉप, दो मोबाइल फोन, बांग्लादेश, भारत और चीन के सिम कार्ड, दो पेन ड्राइव, 5 मनी ट्रांजेक्शन मशीन, दो एटीएम कार्ड और अमेरिका, भारत और बांग्लादेश की करेंसी प्राप्त हुई।
During search, a Chinese Passport with Bangladesh Visa, 01 Apple Laptop, 02 iPhone Mobile, 01 Bangladeshi, 01 Indian & 02 Chinese SIM, 2 Pen Drive, 05 Money Transaction Machine, 02 ATM Card, US Dollar, Bangladeshi Taka & Indian currency were recovered from his possession.(2/2) pic.twitter.com/NnYuYsbjJa
— BSF_SOUTH BENGAL: KOLKATA (@BSF_SOUTHBENGAL) June 10, 2021
BSF के मुताबिक अपराधिक मामला दर्ज होने के कारण हान को चीन में भारत का वीजा नहीं मिल सका, इसलिए उसने भारत आने के लिए नेपाल और बांग्लादेश के वीजा का उपयोग किया। BSF ने बताया कि हान 2 जून को बांग्लादेश पहुँचा। वहाँ वह अपने एक दोस्त के साथ रहा और बाद में बांग्लादेश में ही किसी सोना मस्जिद में भी 10 जून तक रहा। इसके बाद ही उसने भारत में अवैध तरीके से दाखिल होने का प्रयास किया जहाँ से उसे BSF ने धर लिया। BSF ने यह भी कहा है कि हान के पास से बरामद हुए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जाँच हो रही है। इससे उसके भारत में घुसने का मकसद पता चल सकता है।
हान के बिजनेस पार्टनर सन जियांग को हाल ही में उत्तर प्रदेश एटीएस ने गिरफ्तार किया था। जियांग ने हान और उसकी पत्नी पर अवैध गतिविधियों का आरोप लगाया था। इसी के चलते हान और उसकी पत्नी के खिलाफ लखनऊ में यूपी एटीएस ने केस दर्ज किया था। हान के मालदा से गिरफ्तार होने के बाद यूपी एटीएस भी शुक्रवार (11 जून) को मालदा पहुँच गई। 4 सदस्यीय यूपी एटीएस की टीम हान से पूछताछ करेगी।
पूछताछ के दौरान हान ने बताया कि गुरुग्राम में वह ‘स्टार स्प्रिंग’ नाम का एक होटल भी चलाता है और उसने कई चीनी नागरिकों को काम भी दे रखा है। उसने यह भी बताया कि 2010 से वह 4 बार भारत आ चुका है और हैदराबाद, दिल्ली और गुरुग्राम में रह चुका है। हालाँकि BSF के डीआईजी ने कहा कि हान के बयान को वैरिफाई किया जा रहा है।
इसके पहले मार्च में भी दो चाइनीज नागरिक फेक आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों के साथ बागडोगरा एयरपोर्ट से पकड़े गए थे। ये हैदराबाद जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट में सवार होने वाले थे, लेकिन सीआईएसएफ के सुरक्षाकर्मियों ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया था। खबरों के अनुसार ये चीनी नागरिक हैदराबाद से तिरुपति जाने की फिराक में थे। गिरफ्तार किए गए झांग जुन और काईलेंग नेपाल के रास्ते भारत आए थे।