दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बीते 14 सितंबर को 6 आतंकियों को गिरफ्तार कर पाकिस्तान के आंतकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। अब रिपोर्टों से यह बात सामने आई है कि इस आतंकी नेटवर्क को ओसामा का चाचा हुमैद उर रहमान कोर्डिनेट कर रहा था। आतंकियों के टारगेट पर गुजरात का सूरत, मुंबई और बिहार के पटना का गाँधी सेतु था।
रहमान ने 24 सितंबर को प्रयागराज में सरेंडर किया था। वह यूपी एटीएस के वांटेड लिस्ट में था। उसने ही ओसामा को ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजा था। ओसामा उन 6 आतंकियों में था जिन्हें दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में शामिल रहे एक अधिकारी के हवाले से न्यूज 18 ने बताया है कि जीशान कमर ने कबूला है कि उसने सूरत और उसके साथी ने मुंबई में रेकी की थी। उनकी योजना सितंबर और अक्टूबर के दौरान धमाकों को अंजाम देने की थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि महाराष्ट्र एटीएस के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि जान मोहम्मद ने गणेश उत्सव से पहले गिरगाँव चौपाटी की रेकी की थी।
रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली पुलिस के कमिश्नर राकेश अस्थाना खुद पूरी जाँच की निगरानी कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार (27 सितंबर 2021) को उन्होंने गिरफ्तार आतंकियों से खुद पूछताछ भी की थी। इससे पहले यह बात सामने आई थी कि ओसामा और जीशान ने पूछताछ में बताया है कि पाकिस्तान में 15 दिन की ट्रेनिंग के दौरान उन्हें AK-47 चलाना और किसी भी केमिकल से ब्लास्ट करना सिखाया गया था। उन्हें आईडी बनाने और कम समय में ब्लास्ट को अंजाम देने के तरीकों के बारे में भी बताया गया था।
दिल्ली पुलिस ने जिन आतंकियों को पकड़ा था उनकी पहचान महाराष्ट्र के जान मोहम्मद शेख, दिल्ली के ओसामा समी, रायबरेली के ओसामा मूलचंद, प्रयागराज के जीशान कमर, लखनऊ के मोहम्मद आमिर जावेद और अबू बकर के तौर पर हुई थी। इनमें जीशान और ओसामा को पाकिस्तान में ट्रेनिंग मिली थी।
ओसामा और जीशान को पाकिस्तान के थट्टा टेरर कैंप में ट्रेनिंग दी गई थी। कराची के पास स्थित इस ट्रेनिंग कैंप में इन्हें ओमान के रास्ते ले जाया गया था। यह वही टेरर कैंप हैं, जहाँ 26/11 के हमले में जिंदा पकड़े आतंकी हमले अजमल कसाब को भी ट्रेनिंग दी गई थी।
इसी साल अप्रैल में ओसामा और जीशान ओमान के रास्ते पाकिस्तान के कराची पहुँचे थे। वे ओमान से जिवानी गए और वहाँ से दोनों को थट्टा भेजा गया। आतंकी ट्रेनिंग के लिए ओमान के रास्ते का इस्तेमाल पहली बार किए जाने की बात भी सामने आई थी। ओसामा पर अप्रैल से ही नजर रखी जा रही थी। वह 22 अप्रैल 2021 को सलाम एयर की फ्लाइट से लखनऊ से ओमान के मस्कट लिए रवाना हुआ था। वहीं एक फ्लैट में उसकी मुलाकात प्रयागराज के जीशान से हुई। वह भी पाकिस्तान में ट्रेनिंग के लिए भारत से मस्कट पहुँचा था। यहाँ 15-16 बांग्लादेशी भी इनके साथ जुड़े। इन सबको छोटे-छोटे ग्रुप में बाँटा गया। जीशान और ओसामा को एक ही ग्रुप में रखा गया था।
दिल्ली पुलिस के डीसीपी (स्पेशल सेल) प्रमोद कुशवाहा ने बताया था कि ओमान से इन्होंने कुछ दिनों तक कई बार नाव बदल समुद्र दूरी तय की। पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट से इन्हें जिवानी ले जाया गया। वहाँ से थट्टा के एक फार्महाउस पर ले जाकर ट्रेनिंग दी गई।
यह बात भी सामने आई थी कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भाई अनीस आतंकी हमले के लिए फंड मुहैया करा रहा था और इसकी साजिश पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने रची थी। दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आतंकी जान मोहम्मद पर मुंबई पुलिस की भी नजर थी। पेशे से ड्राइवर शेख को 2001 में एक केस में गिरफ्तार भी किया गया था। उसके डी कंपनी से सीधे तार जुड़े थे।