पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर गत वर्ष की गई एयर स्ट्राइक के बाद भारत ने अपनी हवाई ताकत को बढ़ाने का फैसला किया है। इसके लिए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने भारत को इंटीग्रेटेड एयर डिफेन्स वेपन सिस्टम (IADWS) बेचने की मंजूरी दे दी है। इससे भारत को अपने आर्म्ड फाॅर्स को आधुनिक बनाने के साथ ही वर्तमान एयर डिफेन्स सिस्टम को मजबूत और इसका विस्तार करने में सहायता मिलेगी।
Donald Trump administration approves sale of Integrated Air Defense Weapon System to India https://t.co/oLr4mo2wQm
— Republic (@republic) February 11, 2020
डिफेन्स डील की यह खबर ऐसे समय में आई है, जब हाल ही में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (आईडीएस) से कहा था कि वह एयर डिफेंस कमांड के निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार करें। जनरल रावत ने इसके लिए 30 जून की समयसीमा तय की है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, डिफेंस सिक्योरिटी को-ऑपरेशन एजेंसी ने सोमवार को बताया कि ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी संसद से स्पष्ट कहा कि उसका भारत को इंटीग्रेटेड एयर डिफेन्स वेपन सिस्टम (IADWS) बेचने का पक्का इरादा है। 1.9 बिलियन डॉलर की इस डील को अमेरिका ने मंजूरी दे दी है। अमेरिका का कहना है कि इस डिफेंस डील से दोनों देशों के सामरिक संबंध मजबूत होंगे और दोनों देशों की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा में इजाफा होगा।
संसद को दी गई सूचना के अनुसार भारत ने अमेरिका से कहा था कि वह (IADWS) खरीदना चाहता है। इस डील के अंतर्गत भारत निम्न हथियारों को खरीदने जा रहा है –
- 5 AN/MPQ-64Fl सेंटिनेल राडार प्रणाली
- 118 AMRAAM AIM-120C-7/C-8 मिसाइलें
- 3 AMRAAM गाइडेंस सेक्शन
- 4 AMRAAM कंट्रोल सेक्शन
- 134 स्ट्रिंगर FIM-92L मिसाइलें
इस डिफेंस सिस्टम में वही आमराम मिसाइल (AMRAAM) भी शामिल हैं, जिसे पिछले वर्ष पाकिस्तान एयरफोर्स (पीएएफ) की तरफ से विंग कमांडर अभिनंदन के मिग-21 पर दागा गया था। पाकिस्तानी लड़ाकू विमान एफ-16 ने भारतीय लड़ाकू विमान मिग-21 को निशाना बनाते हुए चार से पाँच अमेरिकी आमराम (AMRAAM) मिसाइलें दागीं थीं। हालाँकि, सभी मिसाइलें अपने लक्ष्य को भेदने में असफल रहीं। ये आमराम अमेरिकी मिसाइलें उन्नन किस्म की हैं, जो कि मध्यम दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें हैं। अमेरिकी कॉन्ग्रेस की तरफ से इस डील को लेकर नोटिफिकेशन दे दिया गया है।